Harmeet Kaur Dhillon: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी वकील हरमीत कौर ढिल्लों को न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित करने की घोषणा की है। यह घोषणा उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर की। यह घोषणा ट्रंप की राष्ट्रपति पद के लिए 2024 के अभियान और उनकी टीम में विविधता को प्रतिबिंबित करने की रणनीति का भी हिस्सा मानी जा रही है।
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हरमीत ने उठाई नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए लगातार आवाज
डोनाल्ड ट्रंप ने हरमीत कौर ढिल्लों की नामांकन की घोषणा करते हुए उनकी प्रशंसा की। ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि मुझे अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में हरमीत कौर ढिल्लों को नामित करते हुए खुशी हो रही है। अपने पूरे करियर के दौरान, हरमीत ने नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए लगातार आवाज उठाई है।
ट्रंप का यह बयान क्यों महत्वपूर्ण है
डोनाल्ड ट्रंप ने हरमीत कौर ढिल्लों की एक प्रमुख चुनाव वकील के रूप में भी सराहना की। उन्होंने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि हरमीत ने चुनावी अखंडता की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्होंने संविधान और नागरिक अधिकारों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है।
चुनावी अखंडता की रक्षा
हरमीत ढिल्लों को चुनावों में निष्पक्षता और ईमानदारी को बनाए रखने के लिए उनके योगदान के लिए सराहा गया। उनका काम चुनावी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और चुनावी गड़बड़ी को रोकने के प्रयासों में महत्वपूर्ण रहा है।
संवैधानिक और नागरिक अधिकारों की रक्षा
ट्रंप ने उनके समर्पण को पहचाना, जो संविधानिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रताओं की सुरक्षा के लिए काम करते हैं। हरमीत ढिल्लों ने विशेष रूप से नागरिक स्वतंत्रता के क्षेत्र में लंबा अनुभव प्राप्त किया है, जिससे उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उपयुक्त उम्मीदवार माना गया है। डोनाल्ड ट्रंप ने हरमीत कौर ढिल्लों के बारे में कहा कि अपनी नई भूमिका में, वह संवैधानिक अधिकारों की अथक रक्षक होंगी और हमारे नागरिक अधिकारों और चुनाव कानूनों को निष्पक्ष और दृढ़ता से लागू करेंगी।
भारतीय मूल के नामित व्यक्तियों की संख्या अब चार
इसके साथ ही, ट्रंप ने 2020 के चुनाव के बाद भारतीय मूल के लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति देने की अपनी नीति को और मजबूत किया। हरमीत कौर ढिल्लों के नाम की घोषणा के बाद, ट्रंप 2.0 कैबिनेट में भारतीय मूल के नामित व्यक्तियों की संख्या अब चार हो गई है। यह राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो उनके राजनीतिक प्रतिनिधित्व और सार्वजनिक जीवन में प्रभाव को दर्शाता है।
पंजाब के चंडीगढ़ में हुआ था ढिल्लों का जन्म
हरमीत कौर ढिल्लों का जन्म पंजाब के चंडीगढ़ में हुआ था, और वे दो साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ अमेरिका चली गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वे पहले ग्रामीण उत्तरी कैरोलिना में एक सिख परिवार में पली-बढ़ीं और बाद में न्यूयॉर्क शहर में बसने लगीं।
क्लासिकल लिटरेचर में प्राप्त की ग्रेजुएशन डिग्री
हरमीत ने अपनी शैक्षिक यात्रा की शुरुआत डार्टमाउथ कॉलेज से की, जहाँ उन्होंने क्लासिकल लिटरेचर में अपनी ग्रेजुएशन डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने वर्जीनिया विश्वविद्यालय में कानून की डिग्री हासिल की, जहां उनकी वकालत और नागरिक अधिकारों के प्रति रुचि मजबूत हुई। उनकी यह शैक्षिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि उन्हें एक दृढ़ और कुशल वकील बनाती है, और उनके संविधान, नागरिक अधिकारों और चुनावी अखंडता के प्रति समर्पण ने उन्हें एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और कानूनी हस्ती बना दिया है।
सैन फ्रांसिस्को में लॉ प्रैक्टिस
हरमीत कौर ढिल्लों ने अपनी कानूनी यात्रा की शुरुआत प्रतिष्ठित गिब्सन, डन और क्रचर फर्म में की, जहाँ उन्होंने मुकदमेबाजी और संविधानिक कानून के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त किया। 2006 में, उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में अपना खुद का लॉ प्रैक्टिस शुरू किया, जिससे उन्हें कानूनी पेशे में अपनी पहचान बनाने में मदद मिली।
पब्लिकन राजनीति में निभाई प्रमुख भूमिका
इसके अलावा, हरमीत ने पब्लिकन राजनीति में भी एक प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने कैलिफोर्निया रिपब्लिकन पार्टी की उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया और साथ ही रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (RNC) की सदस्य भी रही हैं। उनके राजनीतिक योगदान और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक शख्सियत बना दिया है। हरमीत कौर ढिल्लों का करियर कानूनी क्षेत्र और राजनीति में उनके संविधानिक अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पण को दर्शाता है।