Robber bride news: एमपी के दौसा सोनकच्छ में लुटेरी दुल्हन ने एक दूल्हे राजा के सपने को चकनाचूर कर दिया है. दूल्हे राज ख्वाब ही दिख रहे थे जिंदगी के, उससे पहले ही चालाक दुल्हन ने दूल्हे राजे को बड़ा झटका दे दिया है.देवास जिले के खोनपीर पिपलिया गांव की रहने वाली सागर बाई और उनका बेटा रवि उस गैंग के शिकार हुए हैं,जो कुंवारे युवकों को अपने जाल में फंसाता है. इस गैंग ने दो लाख रुपए लेकर रवि की शादी राधिका नाम की युवती से कराई थी.
शादी के आठ दिन बाद राधिका अपने साथियों के साथ फरार हो गई.पुलिस ने पीड़ित की शिकायत की पर दुल्हन समेत 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. इसमें चार गिरफ्तार कर लिए गए हैं और उन्हें कोर्ट से जमानत भी मिल गई है.राधिका पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं पुलिस का कहना है, कि राधिका इसी तर्ज पर कहीं लोगों को ठगी का शिकार बन चुकी है.
ये केवल एक मामला नहीं है, मालवा निमाड़ में ऐसे दर्जनों गैंग सक्रिय हैं.यह ऐसे परिवार को निशाना बनाते हैं जहां बेटों की शादी उनके समाज में नहीं हो पाती पुलिस के मुताबिक कई लोग लोग की वजह से शिकायत नहीं करते.
ससुराल पहुंचकर राधिका ने सबका दिल जीतने की कोशिश की
रवि की दुल्हन बनकर राधिका पहुंची तो उसका पारंपरिक तरीके से स्वागत हुआ.पूरा परिवार खुश था.राधिका ने भी अपने बर्ताव और कामकाज से सास, ननद समेत रिश्तेदार और पड़ोसियों का दिल जीतने की कोशिश की रवि की मां सागर बाई बेहद खुश थीं.रवि के चचेरे भाई धर्मेंद्र का कहना है की उसकी तीन साल की बेटी उसी के साथ रहती थीं.राधिका के इस बर्ताव को देखकर परिजन को शक नही हुआ कि वे ठगी का शिकार हुए हैं
दुल्हन को 2 लाख देने के लिए रवि ने बाजार से उठाया कर्ज
12 जनवरी को दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग कोर्ट पहुंचे.दुल्हन पक्ष की तरफ से राजेश सुनहरे और मोहन सिंह के अलावा दो लोग और थे. एक हिना यादव और बहनोई के रूप में कराया गया.दूल्हे की तरफ उसके जीजा और बहन मौजूद थे.रवि को ये पता नही था कि कोर्ट मैरिज के लिए एक महीना पहले एप्लिकेशन देना पड़ती है.एक दिन में कोर्ट मैरिज की कोई प्रक्रिया नही होती.
गैंग के सदस्यों ने एक नोटरी से शपथपत्र बनाया और इसे रजिस्टर्ड मैरिज बता दिया.शादी के लिए जो दो लाख रूपए की शर्त रखी थीं उसे पूरा करने के लिए रवि ने बाजार से महंगी ब्याज पर डेढ़ लाख रुपए का कर्जा लिया था.इसके बाद दूल्हा दुल्हन देवास के बिलावली शिव मंदिर पहुंचे. यहां दोनो ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई.
इसके बाद रवि दुल्हन बनी राधिका को लेकर अपने गांव खोनपीरपिपलिया पहुंचा.यहां पहुंचते ही रवि ने बचे हुए 50 हजार ऑनलाइन अलग अलग खातो में ट्रांसफर किए
गैंग ने एक दिन लड़की दिखाई, दूसरे दिन शादी का फैसला
राजेश सुनहरे ने 10 जनवरी को रवि को फोन किया और एक रिश्ते के बारे में बताया. 11 जनवरी को देवास के प्रशांत होटल में मिलने के लिए बुलाया.रवि अपने जीजा के साथ होटल पहुंचा.राजेश सुनहरे वहा मोहन सिंह और राधिका यादव नाम की लड़की के साथ पहले से मौजूद था.राधिका वो लड़की थी जिसे देखने रवि आया था और मोहन सिंह को उसके रिश्तेदार के रुप में पेश किया.
राधिका के बारे में जानकारी दी की वह उज्जैन की रहने वाली है.मां बाप का निधन हो चुका है, केवल एक बहन है.रवि ने राधिका को देखते ही उससे शादी के लिए हामी भर दी.उसके बारे में ज्यादा पूछताछ करना मुनासिब नहीं समझा.इसी बैठक में ये भी तय हो गया कि दूसरे ही दिन देवास कोर्ट में शादी हो जाएगी.दुल्हन पक्ष की तरफ से 2 लाख रुपए की डिमांड की गई.जिसे रवि और उसके जीजा ने मान लिया.
सबसे पहले जानिए देवास का रवि कैसे फंसा जाल में
देवास के खोनपीरपिपलिया गांव में रहने वाले रवि के पिता का एक साल पहले बीमारी की वजह से निधन हो चुका है.दो बड़ी बहनों की शादी को 10 से 15 साल हो गए! परिवार में रवि और उसकी मां ही है.संपति के नाम पर दो कमरों का छोटा सा घर और एक बीघा जमीन है रवि की बढ़ती उम्र को देखते हुए मां सागर बाई को उसकी शादी की चिंता थी.बहन और रिश्तेदारों ने एक-दो जगह रिश्ते के बात चलाई मगर बात नही बन पाई.
रवि ने शादी के लिए रिश्तेदारों के साथ दोस्तों को भी रिश्ते तलाश करने के लिए कहा था.एक दिन उसके दोस्त धर्मेंद्र सोलंकी ने उसे इंदौर के त्रिवेणी नगर में रहने वाले राजेश सुनहरे नाम के व्यक्ति का नंबर दिया.राजेश सुनहरे इस गैंग की पहली कड़ी है.
दुल्हन का पता फर्जी निकला,पुलिस ने साथियों को पकड़ा
पुलिस उज्जैन के उस पते पर पहुंची जो रवि को बताया गया था ,तो यह फर्जी निकला.पुलिस में इसके बाद इंदौर के दलाल राजेश सुनहरे, खरगोन के अखिलेश और महेश, खलघाट की हिना और शाजापुर के धर्म सिंह को पकड़ा.पुलिस में जब उनसे पूछताछ की तो यह पता चला कि राधिका बनी दुल्हन ने 2 लाख में से 50 हजार अपने पास रखें.शेष रकम बाकी सदस्यों ने बांट ली.
दलाल राजेश सुनहरे को कॉल किया तो धमकी मिली
दूसरे दिन 21 जनवरी को जब राधिका की तलाश की गई तो वहां नहीं मिली.उसे गांव के कहीं लोगों ने हाइवे तक पहुंचाते हुए देखा था. रवि को तो तब पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है. लोकलाज के डर से उसने पहले तो पुलिस को शिकायत नहीं की.उसने दलाल राजेश सुनहरे को कॉल किया,जिसने राधिका से उसकी मुलाकात करवाई थी.
रवि ने उससे 2 लाख रूपए वापस मांगे ,तो राजेश ने उल्टा आरोप लगाया कि तुमने ही लड़की की हत्या कर दी होगी.उसने रवि को रेप और हत्या का केस दर्ज कर फसाने की धमकी दी.
आठ दिन बाद आधी रात को फरार हो गईं राधिका
रवि के मुताबिक 20 जनवरी की रात 11:00 बजे तक सब कुछ सामान्य था.वे लोग सो गए थे.आधी रात को राधिका उठी और एक किलोमीटर तक अकेले चलते हुए देवास इन्दौर एक्सप्रेस वे पर पहुंची.यहां एक कार में उसकी कथित बहन हिना और एक ड्राइवर अखिलेश इंतजार कर रहे थे.वह कार में बैठी और फरार हो गईं .रवि के मुताबिक फरार होने से पहले उसने पूरे घर की तलाशी ली थीं ! उसे कोई कीमती सामान नही मिला.