Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होते ही ‘आई लव मोहम्मद’ बैनरों ने सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया है। चंदन नगर क्षेत्र में लगे इन बैनर-पोस्टरों की पहचान अभी अस्पष्ट है, जिससे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) जैसे संगठनों में भारी आक्रोश फैल गया है। विहिप ने इसे हिंदू बहुल इलाकों में जानबूझकर लगाई गई साजिश बताते हुए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर शांति व्यवस्था कायम रखने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
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Madhya Pradesh: नवरात्रि भक्ति में घुसा विवाद: चंदन नगर में बैनरों की बरामदगी
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन इंदौर के चंदन नगर इलाके में ‘आई लव मोहम्मद’ के बैनर-पोस्टर मुख्य सड़क पर लगे मिले, जहां गरबा और माता पूजा के आयोजन हो रहे थे। स्थानीय निवासियों ने इन बैनरों को देखते ही हड़कंप मचा दिया। विहिप के स्थानीय नेता संजय शर्मा ने कहा, नवरात्रि जैसे पवित्र पर्व पर जब पूरा शहर मां दुर्गा की भक्ति और गरबे के रंग में डूबा है, तब ऐसे बैनर लगाना असामाजिक तत्वों की सोची-समझी चाल है। विहिप का आरोप है कि ये बैनर हिंदू बहुल क्षेत्रों के निकट लगाए गए हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द भंग हो सकता है।
Madhya Pradesh: कानपुर से इंदौर तक फैला ‘आई लव मोहम्मद’ कैंपेन: साजिश का शक
यह विवाद उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरू हुआ था, जहां 4 सितंबर को ईद-मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ बैनर लगाए गए थे। हिंदुत्व संगठनों ने इन्हें राम नवमी जुलूस मार्ग पर बाधा बताते हुए विरोध किया, जिसके बाद 9 सितंबर को 25 मुस्लिम युवकों पर एफआईआर दर्ज हुई। पुलिस का कहना था कि बैनर परंपरागत स्थान से हटाकर लगाए गए थे और हिंदू धार्मिक पोस्टर फाड़े गए थे। इस घटना ने सोशल मीडिया पर #ILoveMuhammad ट्रेंड कराया, और मुस्लिम समुदाय ने देशभर में शांतिपूर्ण जुलूस निकाले।
विहिप नेता राजेश पटेल ने इंदौर के बैनरों को इसी कैंपेन का हिस्सा बताते हुए कहा, वर्तमान में मुस्लिम समुदाय का कोई बड़ा त्योहार नहीं है, फिर भी नवरात्रि पर ऐसे बैनर क्यों? यह विदेशी फंडिंग से प्रेरित साजिश लगती है। विहिप ने दावा किया कि कानपुर, उन्नाव, हैदराबाद, नागपुर, बिहार और मुंबई में भी ऐसे जुलूस हुए हैं, जो वैमनस्य फैला रहे हैं।
Madhya Pradesh: विहिप की मांग: त्वरित जांच और कड़ी कार्रवाई
विहिप पदाधिकारियों ने प्रशासन से अपील की है कि बैनर लगाने वालों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा, यदि खुफिया एजेंसियां सतर्क नहीं हुईं, तो यह पूरे देश में दंगे भड़का सकता है। विहिप ने विदेशी फंडिंग का जिक्र करते हुए इसे ‘लव जिहाद’ जैसी साजिश से जोड़ा। मुस्लिम संगठनों का पक्ष है कि ‘आई लव मोहम्मद’ धार्मिक अभिव्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, यह जुर्म नहीं है, अगर है तो लाखों बार दोहराएंगे। बरेली की दरगाह आला हजरत ने भी एफआईआर पर आपत्ति जताई, इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।
पुलिस का अलर्ट: जांच तेज, शांति के लिए फोर्स तैनाती
इंदौर पुलिस ने बैनर हटाने के बाद सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय पूछताछ से जांच शुरू कर दी है। एसपी इंदौर ने कहा, किसने और क्यों लगाए, यह जल्द साफ हो जाएगा। कोई उकसावे वाला कदम बर्दाश्त नहीं। चंदन नगर सहित संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है, और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। विहिप नेताओं से शांति बनाए रखने की अपील की गई। एक अधिकारी ने बताया, साजिश साबित हुई तो देशद्रोह जैसे धाराओं में मुकदमा चलेगा।
नवरात्रि में गरबा पर भी सतर्कता: ‘एंट्री आईडी चेक’ के पोस्टर
इंदौर में नवरात्रि के गरबा आयोजनों पर भी विवाद छाया है। विहिप और बजरंग दल ने पंडालों पर ‘एंट्री से पहले आईडी चेक करें’ और ‘गैर-हिंदुओं का प्रवेश निषेध’ जैसे बैनर लगाए हैं। भोपाल में ‘जिहादियों का प्रवेश वर्जित’ पोस्टर लगे। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कदम सौहार्द बिगाड़ सकते हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, नवरात्रि भक्ति का पर्व है, विवादों का नहीं। सभी पक्ष संयम बरतें।
सामाजिक सौहार्द की चुनौती: संवाद जरूरी
यह घटना इंदौर जैसे सद्भाव के शहर के लिए झटका है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शांति अपील की। मुस्लिम नेताओं ने कहा कि यदि यह धार्मिक प्रेम है, तो इसका सम्मान हो। विहिप ने जुलूसों पर रोक लगाने की मांग की। सोशल मीडिया पर #ILoveMuhammad ट्रेंडिंग है, जहां लाखों पोस्ट हो चुके हैं।
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