Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में गुरुवार-शुक्रवार की रात को दो बड़े हादसे हुए, जिनमें कुल 12 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन घटनाओं पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। पहला हादसा इंदौर के महू क्षेत्र के चोरल में हुआ है। वहीं, दूसरा हादसा पांढुर्णा जिले में हुआ। आइए जानते इन घटनाओं के बारे में।
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इंदौर: छत ढहने से सात मजदूरों की मौत
इंदौर के महू क्षेत्र के चोरल में एक दुखद हादसा हुआ, जहां एक निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत ढह गई, जिससे उसके नीचे सो रहे सात मजदूर मलबे में दब गए और उनकी मौत हो गई। ये सभी मजदूर फार्म हाउस के निर्माण कार्य में लगे हुए थे और गुरुवार को छत का काम समाप्त करने के बाद वहीं सो गए थे। हादसे की सूचना मिलने के बाद सुबह राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। मौके पर पहुंचे दल ने जेसीबी की मदद से मलबे को हटाया और दबे हुए लोगों को बाहर निकाला।
पांढुर्णा में अनियंत्रित बस डिवाइडर से टकराई, पांच की मौत
पांढुर्णा जिले के मोहिघाट पर एक बड़ा हादसा हुआ, जहां भोपाल से हैदराबाद की ओर जा रही एक बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और पुलिया की रेलिंग को तोड़ते हुए खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में अब तक पांच यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें से 10 से अधिक की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन और बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया और राहत कार्य शुरू किया।
मुख्यमंत्री यादव ने जताया गहरा शोक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन दोनों दर्दनाक हादसों पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, आज सुबह प्रदेश में दो स्थानों से दुखद घटनाओं की खबर से मन अत्यंत दुखी है। पांढुर्णा जिले में भोपाल से हैदराबाद जा रही बस के नेशनल हाईवे से पलटने के कारण यात्रियों की असामयिक मौत और महू के चोरल ग्राम में निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिरने से सात मजदूरों की दुःखद मृत्यु अत्यंत दुखद है।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित इलाज के लिए प्रशासन को निर्देश दिए हैं और बस हादसे में गंभीर घायलों को नागपुर रेफर करने की भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दोनों हादसों में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। यह सहायता मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान के तहत दी जाएगी।