Rahul Gandhi: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को 2024 के लोकसभा चुनावों के बीच एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में एमपी/एमएलए अदालत ने समन भेजा है। राहुल को इस मामले में दूसरी बार समन दिया गया है। 2018 में कोर्ट ने पहली बार उन्हें समन जारी किया था।
विशेष न्यायिक दंडाधिकारी सार्थक शर्मा की अदालत में मंगलवार को MP/MLA मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता अधिवक्ता बिनोद कुमार साहू ने राहुल गांधी को समन देने की मांग की। राहुल गांधी को इस मामले में दूसरी बार उपस्थित होने का समन दिया गया है। इससे पहले राहुल गांधी को 2018 में मामला दर्ज होने के बाद अदालत ने समन जारी किया था। यानि अब उन्हें छह साल बाद 2024 में दूसरा समन जारी किया गया है।
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क्या है पूरा मामला:
दरअसल, वर्ष 2018 में भाजपा कार्यकर्ता नवीन झा ने यह मुकदमा दायर किया था। याचिका में दावा किया गया है कि दिल्ली में आयोजित अधिवेशन में भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
नवीन झा ने बताया कि इस दौरान राहुल ने कहा कि ऐसा व्यक्ति भाजपा में अध्यक्ष बन सकता है लेकिन कांग्रेस में नहीं। राहुल के इस बयान से उन्हें काफी बुरा लगा है। इस बयान से राहुल ने पार्टी का अपमान किया है। इसलिए याचिका दाखिल की गई है। राहुल गांधी को याचिका दाखिल होने पर समन दिया गया था।
कोर्ट ने भेजा दूसरी बार समन:
इससे पहले समन को राहुल गांधी ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन झारखंड हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी। अपमानजनक टिप्पणी से जुड़े मानहानि मामले में कांग्रेस नेता ने आपराधिक कार्रवाई को समाप्त करने की मांग की थी।
साथ ही राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत ने ‘मोदी सरनेम’ मामले में सजा सुनाई थी, जिससे उन्हें सांसदी गंवानी पड़ी थी। कांग्रेस नेता को हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी और सजा पर रोक लगा दी। यही कारण है कि राहुल गांधी को अमित शाह पर कमेंट का दूसरा समन दिया गया है।
नारे लगे—राहुल गांधी वापस जाओ:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सोमवार सुबह रायबरेली पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने “राहुल गांधी वापस जाओ, राहुल गांधी मुर्दाबाद और जय श्री राम के नारे” लगाए। पांचवें चरण के मतदान के दौरान राहुल गांधी चुरुआ मंदिर के पास एक बूथ का निरीक्षण करने के लिए गए थे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया। इससे पहले रायबरेली के हनुमान मंदिर में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पूजा की। बाद में उन्होंने कई मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया।
रायबरेली में Rahul Gandhi का मुकाबला दिनेश प्रताप सिंह से:
राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा ने रायबरेली सीट पर दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी की स्मृति ईरानी से मिली हार के बाद ने राहुल गांधी को अमेठी से नहीं बल्कि रायबरेली से चुनावी मैदान में उतारा है, हालांकि गांधी परिवार के निकटतम सहयोगी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से चुनाव के लिए चुना गया है।
बीजेपी ने राहुल गांधी को अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव में उतारे जाने पर टिप्पणी की थी। बीजेपी ने कहा था कि स्मृति ईरानी के डर से कांग्रेस ने कदम उठाया है। राजनीतिक विश्लेषक राहुल गांधी द्वारा अमेठी के स्थान पर रायबरेली से चुनाव लड़ने के निर्णय को उनके लिए राजनीतिक रूप से घातक बता रहे हैं।
वायनाड से भी राहुल ने लड़ा चुनाव:
राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी अब राज्यसभा सांसद बन चुकी है| एक समय रायबरेली उनका चुनावी गढ़ रह चुका है। यही कारण है कि राहुल को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। राहुल वायनाड और रायबरेली में चुनाव लड़ रहे हैं। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उनका कहना था कि वायनाड की जनता अब राहुल के दोहरे चरित्र को जानती है।