PM Modi Japan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय जापान यात्रा पर टोक्यो पहुंचे, जहां उनका शानदार स्वागत हुआ। भारतीय समुदाय और स्थानीय लोगों में खासा उत्साह देखा गया। स्वागत समारोह में भारतीय संस्कृति की झलक दिखी, जब राजस्थानी पोशाक में सजी जापानी महिलाओं ने लोकगीत गाकर पीएम मोदी का अभिनंदन किया। एक जापानी महिला, जो खुद को ‘राजस्थानी मधु’ कहती हैं, ने हिंदी में स्वागत किया और पीएम के अनुरोध पर एक भजन गाया। यह दृश्य भारत-जापान के सांस्कृतिक रिश्तों का प्रतीक बना।
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PM Modi Japan Visit: दारुमा गुड़िया: भारत-जापान की साझा विरासत
यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी ने शोरिंजान दारुमा-जी मंदिर के मुख्य पुजारी रेव सीशी हिरोसे से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें दारुमा गुड़िया भेंट की गई, जो जापान का एक प्रतिष्ठित सांस्कृतिक प्रतीक है। यह गुड़िया जेन बौद्ध धर्म के संस्थापक, कांचीपुरम (तमिलनाडु) के भिक्षु बोधिधर्म (दारुमा दैशी) पर आधारित है। दारुमा दृढ़ता और सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है। इसका गोल आधार इसे गिरने पर भी खड़ा करता है, जो जापानी कहावत “सात बार गिरो, आठ बार उठो” को दर्शाता है। परंपरा के अनुसार, लक्ष्य तय करने पर गुड़िया की एक आंख रंगी जाती है और लक्ष्य पूरा होने पर दूसरी आंख भरी जाती है। बोधिधर्म ने नौ साल तक दीवार की ओर मुख करके ध्यान किया था, जिसके कारण उनके हाथ-पैर सिकुड़ गए, यही गुड़िया के बिना अंग और आंखों वाले डिजाइन का आधार है। विदेश मंत्रालय ने इसे भारत-जापान के सभ्यतागत और आध्यात्मिक रिश्तों का प्रतीक बताया।
PM Modi Japan Visit: निवेश और आर्थिक सहयोग पर जोर
पीएम मोदी ने टोक्यो में भारत-जापान आर्थिक मंच को संबोधित किया, जहां उन्होंने जापानी कारोबारियों से भारत में निवेश की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत में “राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक पारदर्शिता और नीतिगत भविष्यवाणी” निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाती है। जापान ने अगले 10 वर्षों में भारत में 10 ट्रिलियन येन (लगभग 68 अरब डॉलर) निवेश का लक्ष्य रखा है। पिछले दो वर्षों में जापानी कंपनियों ने भारत में 13 अरब डॉलर का निवेश किया है। जापान बैंक ऑफ इंटरनेशनल कोऑपरेशन (JBIC) ने भारत को सबसे “आकर्षक” निवेश गंतव्य बताया, जबकि JETRO के अनुसार 80% जापानी कंपनियां भारत में विस्तार चाहती हैं। पीएम ने कहा, “भारत में पूंजी सिर्फ बढ़ती नहीं, बल्कि कई गुना हो जाती है।”
PM Modi Japan Visit: रक्षा और तकनीकी सहयोग की नई दिशा
मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। दोनों नेताओं ने रक्षा, निवेश, और उभरती तकनीकों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। एक नई इकोनॉमिक सिक्योरिटी कोऑपरेशन इनिशिएटिव शुरू करने का फैसला हुआ, जो सेमीकंडक्टर्स, महत्वपूर्ण खनिज, और AI जैसे क्षेत्रों में आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करेगा। डिजिटल पार्टनरशिप 2.0 और AI सहयोग पर भी काम शुरू होगा। ISRO और JAXA के बीच चंद्रयान-5 मिशन के लिए समझौता हुआ, जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पानी की बर्फ का अध्ययन करेगा। रक्षा उद्योग और नवाचार में सहयोग को और गहरा करने पर सहमति बनी।
पूर्व जापानी नेताओं से मुलाकात
पीएम मोदी ने जापान-भारत एसोसिएशन के अध्यक्ष और पूर्व पीएम योशिहिदे सुगा और पूर्व पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की। सुगा के साथ व्यापार, AI, और निवेश पर चर्चा हुई, जबकि किशिदा के साथ सेमीकंडक्टर्स और मानव संसाधन गतिशीलता पर बात हुई। मोदी ने जापानी संसद के स्पीकर फुकुशिरो नुकागा और सांसदों के एक समूह से भी मुलाकात की, जिसमें संसदीय आदान-प्रदान और सांस्कृतिक सहयोग पर जोर दिया गया।
सांस्कृतिक और रणनीतिक रिश्तों का संगम
पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-जापान के सांस्कृतिक और रणनीतिक रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले गई। दारुमा गुड़िया का उपहार दोनों देशों की साझा बौद्ध विरासत को रेखांकित करता है, जबकि निवेश और रक्षा सहयोग की योजनाएं आर्थिक और सामरिक साझेदारी को मजबूत करेंगी। यह यात्रा भारत को वैश्विक मंच पर एक विश्वसनीय और आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित करती है।
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