Paper Leak: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने कक्षा 10वीं की साइंस और हिंदी की परीक्षा पेपर लीक होने के चलते गुरुवार को रद्द कर दी। बोर्ड ने यह कदम परीक्षाओं की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उठाया है। साइंस का पेपर गुरुवार को लीक हुआ, जबकि हिंदी का पेपर मंगलवार को ही परीक्षा से एक दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। काउंसिल के अध्यक्ष नटवा हांसदा ने पेपर लीक होने की पुष्टि करते हुए कहा, साइंस और हिंदी दोनों विषयों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। पेपर लीक कैसे हुआ, इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नई परीक्षा तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी।
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प्रशासन और सरकार की त्वरित कार्रवाई
पेपर लीक की जानकारी मिलते ही राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने गुरुवार दोपहर उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारी, पुलिस, साइबर सेल और जिला प्रशासन के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक के बाद सरकार ने मामले की गहराई से जांच कराने का निर्णय लिया है। मुख्य सचिव ने कहा, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लीक के स्रोत का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छात्र नेता ने पहले ही दी थी जानकारी
छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने बुधवार को ही साइंस पेपर लीक होने की सूचना काउंसिल को दी थी। उन्होंने वायरल हुए प्रश्न पत्र की प्रतिलिपि अधिकारियों को सौंपी थी। गुरुवार सुबह जब परीक्षा शुरू हुई तो वही प्रश्न पत्र हू-ब-हू परीक्षा में आया, जिससे हड़कंप मच गया। महतो ने कहा, हमने समय रहते सूचना दी थी लेकिन काउंसिल ने इसे अफवाह मानकर अनदेखी की। छात्रों के साथ बड़ा अन्याय हुआ है।
काउंसिल का पहले था खंडन, अब स्वीकारोक्ति
पेपर लीक की खबरें सामने आने के बाद जैक सचिव ने पहले कहा था कि छात्रों को भ्रामक खबरों से बचना चाहिए। बोर्ड पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षा आयोजित कर रहा है। लेकिन पेपर हू-ब-हू मैच करने के बाद काउंसिल ने लीक की बात स्वीकार कर ली। सचिव ने कहा, कुछ असामाजिक तत्व छात्रों और अभिभावकों को गुमराह कर आर्थिक शोषण करने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राज्यभर के 4.33 लाख छात्रों पर असर
झारखंड में 10वीं बोर्ड परीक्षा 11 फरवरी से शुरू हुई है, जिसमें कुल 4,33,890 छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं। परीक्षा के लिए राज्यभर में 1,297 केंद्र बनाए गए हैं। पेपर लीक की वजह से लाखों छात्रों और अभिभावकों में नाराजगी है। कई स्थानों पर छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।
आगे की कार्रवाई और नई तारीखों की प्रतीक्षा
काउंसिल अध्यक्ष नटवा हांसदा ने भरोसा दिलाया कि नई तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी। छात्रों को बिना तनाव के पढ़ाई जारी रखनी चाहिए। पेपर लीक में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सख्त सजा मिलेगी। राज्य सरकार ने साइबर सेल को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे प्रश्न पत्रों के स्रोत का पता लगाने का निर्देश दिया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की है।
छात्र और अभिभावक जल्द से जल्द नई परीक्षा तिथियों की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उनकी पढ़ाई और परिणाम प्रभावित न हों। जैक ने छात्रों को सलाह दी है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर जारी अपडेट्स पर ही भरोसा करें और किसी भी अफवाह से दूर रहें।
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