Mehul Choksi: 13,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भारतीय जांच एजेंसियों सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) के प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर हुई है। चोकसी कथित तौर पर स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इससे पहले ही उसे पकड़ लिया गया। भारत अब उसे जल्द से जल्द वापस लाकर मुकदमे की प्रक्रिया शुरू करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है।
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Mehul Choksi: मेहुल की गिरफ्तारी और उसकी योजना
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मेहुल चोकसी स्विट्जरलैंड में राजनीतिक शरण लेने की फिराक में था, लेकिन गिरफ्तारी के कारण उसकी यह योजना विफल हो गई। खास बात यह है कि चोकसी की पत्नी प्रीति बेल्जियम की नागरिक हैं और माना जा रहा है कि वह इसी आधार पर बेल्जियम में निवास की योजना बना रहा था। हालांकि, उसने वहां निवास कार्ड के लिए जाली दस्तावेज जमा किए, जिसमें उसने भारत और एंटीगुआ की नागरिकता छिपा ली थी।
Mehul Choksi: चोकसी के वकील का बयान: यह केवल प्रक्रिया है, बेल मिल जाएगी
चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि यह सिर्फ औपचारिक प्रक्रिया है और जमानत मिलना तय है। उन्होंने कहा, “अगर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू होती है तो पहले गिरफ्तारी होती है, फिर बेल मिलती है और उसके बाद प्रत्यर्पण को कानूनी तौर पर चुनौती दी जाती है।
Mehul Choksi: अब तक कानूनन भगोड़ा घोषित नहीं किया गया
वकील ने दावा किया कि चोकसी को अब तक कानूनन भगोड़ा घोषित नहीं किया गया है, क्योंकि उसने जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है। अग्रवाल ने संजीव भंडारी मामले का हवाला देते हुए कहा कि भारत सरकार के लिए प्रत्यर्पण की प्रक्रिया उतनी आसान नहीं होगी, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मामलों में कई कानूनी अड़चनें आती हैं।
बीमार हैं मेहुल, यात्रा नहीं कर सकते – मेडिकल आधार पर अपील
विजय अग्रवाल ने चोकसी की मेडिकल स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि वह कैंसर से पीड़ित हैं और इलाज के सिलसिले में ही बेल्जियम में हैं। वकील ने कहा, “हमारी अपील में यह स्पष्ट किया जाएगा कि मेहुल चोकसी भागने की कोशिश नहीं करेगा, इसलिए उसे हिरासत में न रखा जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि मेहुल जांच में शामिल होने को तैयार हैं और वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पेश होते रहे हैं।
भारत सरकार की तैयारी युद्धस्तर पर
गिरफ्तारी के बाद भारतीय एजेंसियों ने चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और जांच एजेंसियां बेल्जियम सरकार से संपर्क में हैं और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में जुटी हैं। चोकसी को भारत लाने के लिए एयर चार्टर और सुरक्षा इंतजामों की भी समीक्षा की जा रही है।
दोहरी नागरिकता और अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी
गौरतलब है कि मेहुल चोकसी ने 2017 में भारत छोड़ दिया था और एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी। इसके बावजूद, उसने बेल्जियम में नागरिकता या निवास कार्ड पाने के लिए नकली कागजात प्रस्तुत किए, जिससे उसकी मंशा पर सवाल उठे।
चोकसी की गिरफ्तारी का महत्व
यह गिरफ्तारी भारत के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि लंबे समय से नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर प्रयास जारी थे। नीरव मोदी पहले ही ब्रिटेन में हिरासत में है, और उसके प्रत्यर्पण को लेकर कानूनी प्रक्रिया चल रही है। अब चोकसी की गिरफ्तारी भारत सरकार के लिए एक बड़ी कूटनीतिक और कानूनी उपलब्धि मानी जा रही है।
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