Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई नेता एक के बाद एक पार्टी छोड़ रहे है। इसी बीच पंजाब कांग्रेस को मंगलवार को बड़ा झटका लगा है। लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने अपनी पार्टी कांग्रेस को छोड़ दिया है। पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। बिट्टू पंजाब कांग्रेस का बड़ा नेता हैं। उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी का करीबी मान जाता था। इस प्रकार से कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ा झटका है। बता दें इससे पहले भी कई नेता कांग्रेस का थामन छोड़कर भगवा पार्टी में शामिल हो गए है।
तीन बार के सांसद है बिट्टू
बीजेपी के विनोद तावडे ने उन्हें प्राथमिक सदस्यता दिलाई। रवनीत सिंह बिट्टू तीन बार से सांसद हैं। उनको 2019 और 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान लुधियाना सीट पर बड़े अंतर से जीत मिली थी। मार्च 2021 में रवनीत सिंह बिट्टू को कुछ समय के लिए लोकसभा में कांग्रेस का नेता नियुक्त किया गया था। रवनीत सिंह का पार्टी के साथ जुड़ना पंजाब में बीजेपी को और भी मजबूत करेगा।
शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार को 67,204 वोट से हराया
रवनीत सिंह बिट्टू ने 2009 से 2014 तक पंजाब में आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 2009 के लोकसभा चुनावों में, बिट्टू ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) के डॉ. दलजीत सिंह चीमा को 67,204 वोटों के अंतर से हराया।
आप के उम्मीदवार को 19,709 वोटों के अंतर से हराया
2014 के लोकसभा चुनाव में बिट्टू ने आम आदमी पार्टी (आप) के हरविंदर सिंह फुल्का को 19,709 वोटों के अंतर से हराया। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली निर्वाचन क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में बिट्टू ने लोक इंसाफ पार्टी (LIP) के सिमरजीत सिंह बैंस को 76,372 वोटों के अंतर से हराया।
प्रदर्शन के दौरान बिट्टू पर हुआ था हमला
आपको बता दें कि पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते रवनीत बिट्टू ने साल 2009 में पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नशीली दवाओं की लत के खिलाफ एक अभियान शुरू किया था। इसके दो साल बाद उन्होंने राज्य में ड्रग रोकथाम बोर्ड की स्थापना के लिए भूख हड़ताल भी की थी। इसके अलावा वह दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन में सबसे आगे रहे हैं। दिल्ली के बाहरी इलाके सिंघू सीमा पर एक प्रदर्शन के दौरान बिट्टू पर हमला भी हुआ।