Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता दुष्कर्म मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने कुछ महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि उसके साथ अत्यधिक हिंसा की गई थी। इसके अलावा, रिपोर्ट ने यह भी खुलासा किया कि एक से ज्यादा लोगों ने दुष्कर्म किया था। इस घटना ने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक आक्रोश और चिंता उत्पन्न की है। पुलिस और जांच एजेंसियां मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई कर रही हैं, ताकि दोषियों को पकड़ा जा सके और पीड़िता को न्याय मिल सके। यह मामला एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था की प्रभावशीलता पर सवाल खड़ा करता है।
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आरजी कर कॉलेज में तोड़फोड़, तनावपूर्ण स्थिति
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले के बाद, डॉक्टरों का आक्रोश बढ़ गया है। हाल ही में, बुधवार रात को 40 से ज्यादा लोगों ने अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ की, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
फोर्डा ने किया दोबारा हड़ताल का ऐलान
इस घटना के बाद, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने गुरुवार को देश भर में तुरंत प्रभाव से हड़ताल की घोषणा की है। डॉक्टरों की इस हड़ताल का उद्देश्य सुरक्षा की मांग और न्याय की प्रक्रिया को लेकर गहरी नाराजगी को व्यक्त करना है। यह कदम देशभर के डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अस्पतालों में सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की आवश्यकता को उजागर करता है।
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने मांगी सुरक्षा, कहा न्याय चाहिए
कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ ने एकत्र होकर न्याय और सुरक्षा की मांग की। उनका विरोध हाल की रात हुई हिंसक घटना के खिलाफ था, जिसमें अस्पताल में तोड़फोड़ की गई थी। डॉक्टर और छात्र वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, उनका आरोप था कि प्रिंसिपल ने अस्पताल में पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफलता दिखाई है।
इंदौर में आक्रोश, डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी
इंदौर में भी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा। महाराजा यशवंतराव अस्पताल के मेडिकल छात्र और डॉक्टर इस प्रदर्शन में शामिल हुए। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) ने अस्पताल में अनिश्चितकाल के लिए काम बंद कर दिया और आरोपियों को फांसी देने की मांग की। इसके अतिरिक्त, डॉक्टरों ने शिवाजी वाटिका में भी विरोध प्रदर्शन किया।