JP Nadda: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल गांधी के ‘सरेंडर’ वाले बयान ने सियासी भूचाल ला दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने इस बयान को सेना का अपमान बताते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरेंडर तो कांग्रेस की नीति और डीएनए का हिस्सा रहा है, जबकि भारत कभी सरेंडर नहीं करता।
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JP Nadda: राहुल गांधी पर सेना के अपमान का आरोप
जेपी नड्डा ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए लिखा कि उन्होंने भारतीय सेना के अप्रतिम शौर्य और पराक्रम को ‘सरेंडर’ कहकर संबोधित किया, जो न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का अपमान भी है। नड्डा ने कहा, “अगर कोई पाकिस्तानी ऐसा कहता, तो हम हँसते, लेकिन राहुल गांधी का ऐसा कहना देशद्रोह जैसा कृत्य है।”
JP Nadda: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला
नड्डा ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 300 किलोमीटर भीतर घुसकर उसके 11 एयरबेस तबाह किए, 9 आतंकी अड्डों को नष्ट किया और 150 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। उन्होंने लिखा, पाकिस्तान खुद दुनिया के सामने रो-रोकर बता रहा है कि भारत ने 18 ठिकानों पर हमला किया, और राहुल गांधी हैं कि भारत के सरेंडर की बात कर रहे हैं। नड्डा ने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन की घोषणा सरकार या भाजपा ने नहीं, बल्कि भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने की थी।
‘सरेंडर’ कांग्रेस की डिक्शनरी में है: नड्डा
जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, सरेंडर तो आप करते होंगे, आपकी पार्टी ने किया होगा, आपके नेताओं ने किया होगा, लेकिन भारत कभी सरेंडर नहीं करता। सरेंडर आपकी पार्टी कांग्रेस की डिक्शनरी में है, आपके डीएनए में है। उन्होंने कांग्रेस के ऐतिहासिक फैसलों का हवाला देते हुए दावा किया कि पार्टी ने हमेशा राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम किया है।
JP Nadda: कांग्रेस के ऐतिहासिक ‘सरेंडर’ की सूची
जेपी नड्डा ने अपने पोस्ट में कांग्रेस द्वारा किए गए कथित ‘सरेंडर’ की पूरी सूची दी। उन्होंने लिखा:
- 1948: पाकिस्तान के सामने कश्मीर मुद्दे पर सरेंडर
- 1962: चीन से युद्ध में अपमानजनक हार और कूटनीतिक विफलता
- 1971: युद्ध में जीत के बाद शिमला समझौते में राजनीतिक सरेंडर
- सिंधु जल समझौता: पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने वाला करार
- हाजी पीर दर्रा और छम्ब सेक्टर (160 किमी क्षेत्र) का त्याग
- आतंकवाद के सामने नरम रुख
- शर्म-अल-शेख वार्ता में पाकिस्तान को क्लीन चिट
- आज़ादी के समय मुस्लिम लीग के सामने झुकाव
कांग्रेस की चुप्पी और भाजपा का आक्रामक रुख
जेपी नड्डा के बयान के बाद भाजपा के कई नेता राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। पार्टी इसे राष्ट्र और सेना के सम्मान का मुद्दा बताते हुए कांग्रेस से माफी की मांग कर रही है। उधर, राहुल गांधी या कांग्रेस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
जेपी नड्डा का यह पलटवार न केवल राहुल गांधी के बयान का जवाब है, बल्कि भाजपा की ओर से एक सख्त संदेश भी है कि सेना पर सवाल उठाना राजनीतिक सीमा का उल्लंघन है। इस बयान के बाद देश की राजनीति में एक बार फिर राष्ट्रवाद बनाम विपक्ष के बयानबाजी का मुद्दा गर्म हो गया है। आने वाले दिनों में यह विवाद और तूल पकड़ सकता है।
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