Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों को शनिवार को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने आज कुपवाड़ा में एक नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामत किया है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि जिले के करनाह कस्बे में पुलिस और सेना ने संयुक्त रूप से नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने 500 ग्राम हेरोइन के साथ तीन आरोपियों को पकड़ा है। यह एक महत्वपूर्ण सफलता है, जो सुरक्षा बलों की तत्परता और इलाके में आतंकवादी गतिविधियों को नियंत्रित करने की उनकी क्षमता को दर्शाता है।
Table of Contents
टीम ने जाल बिछाकर आरोपियों को पकड़ा
इस घटना के बारे में अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि खुफिया जानकारी मिली कि एक व्यक्ति सीमावर्ती शहर करनाह में हेरोइन खरीदने की कोशिश कर रहा है। इसके तुरंत बाद उनकी टीम ने जाल बिछाया और दो लोगों को पकड़ा। उनके पास से हेरोइन जब्त हुई है।
आरोपियों की इस प्रकार हुई पहचान
पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों की पहचान हो गई है। पुलिस के हत्थे चढ़े लोगों की पहचान खावरपारा करनाह निवासी स्वर्गीय मोहम्मद शफी शेख के बेटे शफीक अहमद शेख और बागबल्ला निवासी अहमद मलिक के बेटे तारिक अहमद मलिक के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद साधपुरा के रहने वाले परवेज अहमद पठान को गिरफ्तार किया गया।
3 पिस्तौल, 76 पिस्तौल राउंड, 6 पिस्टल मैगजीन, 5 किलोग्राम विस्फोटक जब्त
घाटी बीते काफी दिनों से पुलिस और सेना संयुक्त रूप से आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चल रही है। इसके तहत छापेमारी में परवेज को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उसके पास से तीन पिस्तौल, 76 पिस्तौल राउंड, छह पिस्टल मैगजीन और पांच किलोग्राम संदिग्ध विस्फोटक बरामद किए गए। पुलिस ने इस संबंध में एक एफआईआर दर्ज की गई है और आगे की जांच की जा रही है।
सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता
कुपवाड़ा में नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है और इससे आतंकवादी गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने में मदद मिलेगी। यह ऑपरेशन जम्मू और कश्मीर में शांति और स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सुरक्षा बलों की यह सफलता दर्शाती है कि वे किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ पूरी तरह से तैयार और सक्षम हैं।
ऑपरेशन का महत्व:
आतंकवादी गतिविधियों की रोकथाम: इस ऑपरेशन से कुपवाड़ा और आसपास के इलाकों में आतंकवादी गतिविधियों को बड़ा झटका लगा है।
सुरक्षा बलों की सतर्कता: यह घटना सुरक्षा बलों की सतर्कता और उनकी प्रभावी कार्यक्षमता को दर्शाती है।
नार्को-टेरर फंडिंग: नार्कोटिक्स और हथियारों की बरामदगी से पता चलता है कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए वित्तपोषण कैसे किया जा रहा है। इस प्रकार की गतिविधियों को रोकना आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है।
स्थानीय समर्थन: स्थानीय लोगों की मदद और समर्थन के बिना ऐसे ऑपरेशन संभव नहीं हो सकते। इससे स्थानीय समुदाय और सुरक्षा बलों के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ता है।
पाकिस्तान की ड्रग्स भेजने की कोशिश नाकाम
पाकिस्तान की नापाक हरकत एक बार फिर सामने आई है। राजस्थान बॉर्डर स्थित अनूपगढ़ जिले में शुक्रवार रात दो जगहों पर पाकिस्तानी ड्रोन की मूवमेंट देखने को मिली। ड्रोन की मूवमेंट के बाद सीमा सुरक्षा बल के मुस्तैद जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए ड्रोन पर करीब 25 राउंड फायरिंग कर उसे खदेड़ा। कैलाश पोस्ट के पास सर्च ऑपरेशन के दौरान हेरोइन के दो पैकेट बरामद किए गए हैं। बरामद हेरोइन का वजन करीब छह किलो बताया जा रहा है।