Hemant Soren arrested: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार दोपहर एक बजे से उससे पूछताछ कर रही थी. गिरफ्तारी के बाद ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी. चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है. वह राज्य के अगले सीएम होंगे. वह सरायकेला से जेएमएम विधायक हैं. हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी सीएम की रेस में थीं लेकिन आखिरकार चंपई सोरेन के नाम पर मुहर लगी. वह फिलहाल झारखंड सरकार में मंत्री हैं. राज्यपाल से मुलाकात के बाद विधायकों ने कहा कि हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है.
ईडी अब तक हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए दस बार समन जारी कर चुकी है और इनमें से सिर्फ एक बार ही उन्हें जांच एजेंसी के सवालों का सामना करना पड़ा है. बीजेपी का कहना है कि हेमंत सोरेन को गिरफ्तारी का डर है, जबकि सोरेन और उनके समर्थकों का कहना है कि उन्हें गिरफ्तारी का कोई डर नहीं है. ये सब बीजेपी की साजिश है. सीएम सोरेन से पूछताछ को देखते हुए रांची में सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक धारा 144 लागू कर दी गई है.
गुरुवार सुबह 10 बजे हेमंत सोरेन को कोर्ट में पेश किया जाएगा. हेमंत सोरेन फिलहाल ईडी दफ्तर में हैं. वहां उनसे दूसरे दौर की पूछताछ होगी. उसका मेडिकल कराया जाएगा।
कौन हैं चंपई सोरेन?
चंपई सोरेन झारखंड के अगले सीएम होंगे. गठबंधन की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया. चंपई सोरेन, हेमंत सोरेन के बेहद करीबी हैं. इस बीच, हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
इससे पहले सीएम की रेस में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का नाम था, लेकिन परिवार में विरोध के स्वर उठ रहे थे. इस बीच झामुमो, कांग्रेस और राजद विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन को नेता चुना गया है.
चंपई सोरेन सरायकेला सीट से विधायक हैं और वर्तमान में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हैं। वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष भी हैं. चंपई सोरेन को सीएम हेमंत सोरेन का विश्वासपात्र माना जाता है.
कयास लगाए जा रहे थे कि सीएम सोरेन की पत्नी कल्पना मुख्यमंत्री बन सकती हैं. हालांकि विधायक दल की बैठक के बाद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी गई. इससे पहले मंगलवार को सोरेन रांची स्थित अपने सरकारी आवास पहुंचे.
यहां विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं. वह विधायक नहीं हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें शुरू हो गईं.
बैठक के बाद विधायकों ने क्या कहा?
बैठक से निकलने के बाद विधायकों ने कहा कि महागठबंधन के सभी विधायकों ने हेमंत सोरेन को आश्वासन दिया था कि अगर उन्हें पूरे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री चुना गया तो अंत तक वही बने रहेंगे.
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि जांच एजेंसी दो बड़े मामलों की जांच कर रही है. इसमें राज्य की राजधानी में अवैध खनन और भूमि घोटाला शामिल है। जमीन घोटाले का मामला सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-फरोख्त से जुड़ा है. फर्जी नाम-पते के आधार पर झारखंड में सेना की जमीन की खरीद-फरोख्त की गयी. इसी सिलसिले में ईडी मुख्यमंत्री सोरेन से पूछताछ कर रही है.