Delhi Liquor Policy: दिल्ली शराब घोटाले मामले में फंसी बीआरएस नेता के. कविता की मुसीबतें बढ़ गई हैं। के. कविता को दिल्ली शराब घोटाले मामले में प्रर्वतन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने के.कविता को पिछले माह हैदराबाद स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
अब सीबीआई ने तिहाड़ जेल में के. कविता से पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, सीबीआई ने दिल्ली की एक अदालत में कहा था कि उन्हें के.कविता से पूछताछ करनी है। इसके बाद 5 अप्रैल को दिल्ली कोर्ट ने सीबीआई को तिहाड़ जेल में के.कविता से पूछताछ की इजाजत दे दी थी।
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कोर्ट ने नहीं दी जमानत:
तेलंगाना के पूर्व सीएम के.चंद्रशेखर राव की बेटी और भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) की नेता के.कविता ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में अंतरिम जमानत की याचिका लगाई थी। इस याचिका में उन्होंने अपने 16 साल के बेटे की परीक्षा का हवाला दिया था। हालांकि राउज एवेन्यू कोर्ट ने बीआरएस नेता की अंतरिम जमानत वाली याचिका को खारिज कर दिया। 4 अप्रैल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में के.कविता की अंतरिम जमानत वाली याचिका पर सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने ईडी और के.कविता के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।
कविता का शराब कारोबारियों के साउथ ग्रुप से लिंक:
ईडी की तरफ से दावा किया गया है कि बीआरएस नेता के.कविता शराब कारोबारियों के साउथ ग्रुप से जुड़ी हुई थीं। ईडी का कहना है कि दिल्ली की नई शराब नीति 2021—22 में इस साउथ ग्रुप की बड़ी भूमिका रही थी। वहीं ईडी का कहना है कि इस मामलें में आरोपी विजय नायर को जो 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई थी, वह शराब कारोबारियों के साउथ ग्रुप से ही मिली थी। बताया जा रहा है कि साउथ ग्रुप ने विजय नायर को यह रिश्वत की रकम आप पार्टी के नेताओं को देने के लिए दी थी।
ईडी ने कराया था अरुण रामचंद्रन और कविता का आमना-सामना:
वहीं ईडी ने पूछताछ के दौरान के.कविता और हैदराबाद के व्यापारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई का आमना-सामना भी करवाया था। ईडी पहले ही इस मामले में पिल्लई को अरेस्ट कर चुकी है। हैदराबाद के व्यापारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को के.क विता का करीबी माना जाता है। उस वक्त ईडी की पूछताछ में बीआरएस नेता ने कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। साथ ही के.कविता ने कहा था कि तेलंगाना में एंट्री के लिए केन्द्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है।
100 करोड़ के लेन देन में ऐसे फंसी कविता:
दिल्ली शराब घोटाले मामले में ईडी ने वर्ष 2022 में आरोपी अमित अरोड़ा के रिमांड पेपर में दावा किया था कि शराब कारोबारियों के साउथ ग्रुप ने विजय नायर और दूसरे लोगों को आप पार्टी के नेताओं को देने के लिए 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी थी। इसके बाद पिछले साल फरवरी में सीबीआई ने इस मामले में अकाउंटेंट बुचीबाबू को अरेस्ट किया था। दरअसल, बुचीबाबू ही के.कविता का अकाउंट संभालता था।
इसके बाद ईडी ने भी बुचीबाबू से पूछताछ कर उसका बयान दर्ज किया था। इसके बाद पिछले साल ही मार्चमें ईडी ने कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को भी गिरफ्तार कर लिया था। जब ईडी ने पिल्लई ने पूछताछ की तो पता चला कि इस मामले में आप पार्टी और के.कविता के बीच एक डील हुई थी। ईडी के अनुसार, इस डील में 100 करोड़ रुपए का लेन देन हुआ था। इस डील के तहत के.कविता की कंपनी को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिल गई थी।