Bihar Election: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में लवकुश इको-टूरिज्म पार्क के प्रस्तावित स्थल पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में 1,198.86 करोड़ रुपये की 357 विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने 237 योजनाओं का उद्घाटन और 120 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जो क्षेत्र के विकास और पर्यटन को नई दिशा देंगे। भावुक होते हुए नीतीश ने चंपारण से अपने गहरे जुड़ाव को याद किया और सरकार की उपलब्धियों का बखान किया।
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Bihar Election: 357 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन: विकास पर जोर
मुख्यमंत्री ने वाल्मीकिनगर में आयोजित समारोह में 197.36 करोड़ रुपये की लागत वाली 237 योजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें सड़कें, स्कूल भवन, और सामुदायिक केंद्र शामिल हैं। इसके अलावा, 586.67 करोड़ रुपये की 114 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। प्रगति यात्रा के दौरान घोषित 414.83 करोड़ रुपये की 6 विशेष परियोजनाओं का भी शिलान्यास हुआ। इनमें 53 करोड़ से बेतिया महाराजा स्टेडियम का पुनर्निर्माण, 12.45 करोड़ से मधुबनी डिग्री कॉलेज, 77.70 करोड़ से डॉन नहर सड़क, 145 करोड़ से अमवामन पावर ग्रिड, 73.16 करोड़ से बरवत सेना-पथरिघाट रोड और 51.54 करोड़ से लवकुश इको-टूरिज्म पार्क प्रमुख हैं। ये परियोजनाएं क्षेत्र में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, और पर्यटन को बढ़ावा देंगी।
Bihar Election: लवकुश इको-टूरिज्म पार्क: पर्यटन को नया आयाम
मुख्यमंत्री ने लवकुश इको-टूरिज्म पार्क के प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। यह पार्क वाल्मीकिनगर के प्राकृतिक सौंदर्य और वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान की जैव-विविधता को बढ़ावा देने के लिए बनाया जा रहा है। नीतीश ने कहा, यह पार्क न केवल पर्यटन को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। पार्क में इको-फ्रेंडली कॉटेज, ट्रैकिंग रूट्स, और वन्यजीव सफारी की योजना है, जो क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाएगा।
Bihar Election: चंपारण से भावनात्मक जुड़ाव: नीतीश का संदेश
बेतिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार भावुक हो गए। उन्होंने कहा, मुझे पश्चिम चंपारण से बहुत प्यार है। मेरी हर प्रगति यात्रा यहीं से शुरू होती है। पहले लोग दिन में भी यहां आने से डरते थे, क्योंकि डकैती और अपराध का बोलबाला था। हमारी सरकार ने डकैतों का सफाया किया, और आज चंपारण बदल चुका है। उन्होंने बिहार में कानून-व्यवस्था, शिक्षा, और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधारों का जिक्र किया। नीतीश ने कहा, हमने 5 लाख से ज्यादा शिक्षकों की नियुक्ति की, मेडिकल कॉलेज बनाए, 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी, और पुलिस में 20% महिलाओं की भर्ती कर देश में पहला स्थान हासिल किया।
सामाजिक समावेश और केंद्र की तारीफ
नीतीश ने अपनी सरकार की समावेशी नीतियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, हमने हर वर्ग के लिए काम किया। मंदिरों के लिए बाउंड्री वॉल बनाई, कब्रिस्तानों की घेराबंदी की, और जीविका दीदियों को आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने पहले की सरकारों पर साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार ने सभी को समान अवसर दिए। नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा, केंद्र सरकार से बिहार को विकास में अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पीएम के लिए तालियां बजाने की अपील की।
जीविका दीदियों और लाभार्थियों से संवाद
वाल्मीकि सभागार परिसर में नीतीश ने जीविका दीदियों, पेंशनधारकों, और अन्य लाभार्थियों से मुलाकात की। उन्होंने जीविका समूहों की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा, आपके प्रयासों से बिहार की महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। पेंशनधारकों ने बुजुर्ग पेंशन योजना की सराहना की, जिसके तहत 400 रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है। एक जीविका दीदी ने बताया, मुख्यमंत्री के प्रोत्साहन से हमने छोटा व्यवसाय शुरू किया, जो अब परिवार की आजीविका चला रहा है।
बिहार का बदलता चेहरा: विकास और शांति का संदेश
नीतीश ने जनसभा में जोर देकर कहा कि बिहार अब अपराध और डर का नहीं, बल्कि विकास और समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने कहा, 2005 से पहले बिहार की सड़कों पर लोग डरते थे। आज सड़कें, बिजली, और स्कूल हर गांव में हैं। लवकुश पार्क जैसे प्रोजेक्ट्स से पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिम चंपारण जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में इको-टूरिज्म बिहार की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा।
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