Vitamin B12: लाइफस्टाइल और आहार में बदलाव आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कम उम्र के लोगों में भी कई ऐसी बीमारियां बढ़ती देखी जा रही हैं जो वर्षों पहले उम्र बढ़ने के साथ होती थीं। हम में से अधिकांश लोगों के लिए आहार से शरीर को मिलने वाले आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त नहीं होते हैं , जिससे स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा और भी बढ़ सकता है।
आजकल अक्सर लोगों में विटामिन की कमी पायी जाती है | इनमें से एक है विटामिन B12,जिसकी कमी होने से यह हाथों-पैरों को सुन्न करने से लेकर हार्ट बीट बढ़ने, शरीर और त्वचा की समस्याओं तक कई दुष्प्रभावों को जन्म दे सकता है।
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Vitamin B12 की कमी से हो सकता है खतरा:
क्या आप भी अक्सर हाथ-पैरों में झुनझुनी और थकान महसूस करते हैं ? तो आपको इसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए ,यह एक बड़ी चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि हमारे शरीर में विटामिन-बी12 की कमी दर्शाता है। विटामिन बी12, हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है।
यह हमारे शरीर की नसों, रक्त कोशिकाओं और डीएनए में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हाथ-पैरों की झुनझुनी की समस्या विटामिन बी12 की कमी से होने वाली समस्यायों में से एक हैं | इसके अतिरिक्त इस विटामिन की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जो शरीर के कई भागों को प्रभावित करती हैं।
पैरों और हाथों में सुन्नता:
विटामिन-बी12 की कमी से पेरिफेरल न्यूरोपैथी जैसी समस्या भी होती हैं | इसमें रोगी को हाथों और पैरों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस होती है। दरअसल , हमारे शरीर में तंत्रिकाओं के सुरक्षात्मक आवरण के लिए विटामिन बी12 की पर्याप्त मात्रा होना जरूरी होता है | ऐसे में विटामिन बी12 की कमी होने के कारण नर्व्स सिग्नलिंग और सेंसेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विटामिन बी12 से भरपूर आहार को नियमित रूप से सेवन करना चाहिए |
टैकीकार्डिया से जोखिम:
टैकीकार्डिया, शरीर के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है,इसमें हृदय गति में वृद्धि,होने लगती हैं | विटामिन-बी12 की कमी से भी टैकीकार्डिया का खतरा अधिक हो सकता है। असल में बी12 कमी होने शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होने लगती हैं जिसके कारण हमारे शरीर के आवश्यक अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचने में बाधा उत्तपन होने लगती है | कभी-कभी हृदय गति में वृद्धि,होने के कारण दिल का दौरा पड़ने जैसी स्थिति भी हो सकती है।
शरीर का संतुलन:
विटामिन बी12 की गंभीर कमी से पीड़ित लोगों को चलने या शरीर को संतुलित रखने में भी परेशानी हो सकती है। यह बी12 की कमी से होने वाले न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का संकेत है। इस विटामिन की कमी से तंत्रिकाएं और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जो शरीर की गतिशीलता और समन्वय पर भी असर डाल सकती है।
Disclaimer: उपर्युक्त खबर में उल्लेखित जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और परसेप्शन पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ अथवा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।