Naxalite Arrest: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने संयुक्त कार्रवाई में बड़ी सफलता हासिल की है। 2 सितंबर 2025 को चिंतलनार थाना क्षेत्र के रावगुड़ा, किस्टावरम और आसपास के जंगलों में चले अभियान में पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है, जिसका इस्तेमाल सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की साजिश में किया जाना था। इस कार्रवाई ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में मदद की।
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Naxalite Arrest: गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान और उनकी भूमिका
पुलिस ने गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान माड़वी राकेश (26), कमलू देवा (46), कुहराम बुधरा (40), मड़कम मुया (19), और कवासी पोज्जे (19) के रूप में की है। सभी चिंतलनार थाना क्षेत्र के निवासी हैं। माड़वी राकेश जगरगुड़ा एलओएस (लोकल ऑर्गनाइजेशन स्क्वाड) का सदस्य है, जिसके सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम था। अन्य चार नक्सली मिलिशिया और डीएकेएमएस (दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन) के सदस्य हैं, जो नक्सली संगठनों की सहायता में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
Naxalite Arrest: बरामद सामग्री और नक्सलियों की साजिश
सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के कब्जे से 20 पटाखे, 10 जिलेटिन रॉड, 10 नॉन-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 10 मीटर कोर्डेक्स वायर, इलेक्ट्रॉनिक मैग्नेट, बैटरी, चार्जर, और अन्य सामग्री बरामद की। पूछताछ में नक्सलियों ने स्वीकार किया कि वे इन विस्फोटकों का उपयोग सुरक्षा बलों को निशाना बनाने और क्षेत्र में दहशत फैलाने के लिए करने वाले थे। यह सामग्री गश्त के दौरान उपयोग होने वाले मार्गों पर विस्फोटक उपकरण (आईईडी) लगाने के लिए इकट्ठा की गई थी। इस खुलासे ने नक्सलियों की खतरनाक मंशा को उजागर किया।
Naxalite Arrest: मुखबिर की सूचना पर शुरू हुआ ऑपरेशन
यह कार्रवाई एक स्थानीय मुखबिर की सूचना पर शुरू की गई थी। चिंतलनार थाना प्रभारी उपनिरीक्षक विमल वट्टी के नेतृत्व में सीआरपीएफ की 74वीं, 131वीं, और 223वीं बटालियन, रेंज फील्ड टीम (आरएफटी) कोंटा, और सीआरपीएफ के अधिकारियों निशांत वैष्णव और सुमन सौरभ की अगुवाई में संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया। रावगुड़ा के जंगल और नाले के पास नक्सलियों को घेरकर पकड़ा गया। इस अभियान में सीआरपीएफ की 131वीं बटालियन की खुफिया शाखा की भूमिका महत्वपूर्ण रही, जिसने सटीक जानकारी प्रदान कर ऑपरेशन को सफल बनाया।
कानूनी कार्रवाई और जेल
पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ चिंतलनार थाने में अपराध क्रमांक 07/2025 के तहत विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया। सभी आरोपियों को विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। यह कार्रवाई नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ के निरंतर अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करना है।
नक्सलवाद के खिलाफ सतत प्रयास
सुकमा जिला लंबे समय से नक्सल गतिविधियों का गढ़ रहा है। हाल के महीनों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियानों को तेज किया है, जिसके परिणामस्वरूप कई नक्सली या तो गिरफ्तार हुए हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इस साल सुकमा में पहले भी कई सफल ऑपरेशन हुए हैं, जिनमें नक्सलियों की गिरफ्तारी और विस्फोटक सामग्री की बरामदगी शामिल है। 2 सितंबर को हुई इस कार्रवाई से पहले 1 सितंबर को भी सुकमा के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनके पास से भी विस्फोटक बरामद हुए थे।
वरिष्ठ अधिकारियों की प्रतिक्रिया
सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सफलता के लिए संयुक्त टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में एक और मील का पत्थर है। अधिकारियों ने नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने और क्षेत्र में शांति स्थापित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने स्थानीय समुदाय से भी अपील की कि वे नक्सलियों के खिलाफ सूचनाएं साझा करें ताकि क्षेत्र को हिंसा से मुक्त किया जा सके।
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