Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार सुबह दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में गश्त पर निकली पुलिस टीम और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने नौ नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से 9 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। यह मुठभेड़ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की बढ़ती सक्रियता और कार्रवाई का नतीजा है। इस कामयाबी को नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो इन क्षेत्रों में नक्सलवाद पर लगाम कसने में मददगार साबित होगा।
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बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और बंदूकें भी बरामद
दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर स्थित पुरंगेल के लोहा गांव में मंगलवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में नौ नक्सली मारे गए हैं। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और बंदूकें भी बरामद की हैं। यह मुठभेड़ सुरक्षाबलों के नक्सल विरोधी अभियान का हिस्सा थी और इसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। मारे गए नक्सलियों की पहचान और बरामद किए गए हथियारों की जांच के लिए पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है।
डीआरजी और सीआरपीएफ का संयुक्त ऑपरेशन
यह सफल ऑपरेशन डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के जवानों द्वारा किया गया था। उन्हें नक्सलियों के बड़े जमावड़े की खुफिया सूचना मिली थी, जिसके आधार पर रात में सर्च ऑपरेशन के लिए उन्हें रवाना किया गया। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल थाना क्षेत्र के तहत आने वाले पुरंगेल के लोहा गांव में हुई।
अब तक नौ नक्सलियों के शव बरामद
पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने जानकारी दी कि मंगलवार सुबह गश्त के दौरान सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी तुरंत कार्रवाई की, जिसमें कई नक्सली मारे गए। अब तक नौ नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
एसएलआर, 303 राइफल, 315 बोर बंदूक जब्त
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने एसएलआर (सेल्फ-लोडिंग राइफल), 303 राइफल, 315 बोर बंदूक जैसे हथियार, बड़ी संख्या में गोला-बारूद, और नक्सली साहित्य भी बरामद किया है। इस मुठभेड़ को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जो नक्सलियों के प्रभाव को कमजोर करने में सहायक होगा।
मुठभेड़ में नक्सलियों को बड़ा नुकसान
पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि सुरक्षाबलों को नक्सलियों के बड़े जमावड़े की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने पुष्टि की कि सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। मुठभेड़ में नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है।
घटनास्थल पर सर्च अभियान जारी
वर्तमान में घटनास्थल पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। मुठभेड़ के समाप्त होने के बाद ही सही आंकड़े सामने आएंगे, जिसमें यह पता चल सकेगा कि कुल कितने माओवादी मारे गए हैं। इस अभियान के माध्यम से सुरक्षाबलों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है और नक्सल गतिविधियों को कमजोर करने में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।