Mob Lynching: केरल के पलक्कड़ जिले में छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर निर्मम हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 31 वर्षीय रामनारायण को स्थानीय लोगों ने चोरी के शक और बांग्लादेशी घुसपैठिया समझकर इतनी बेरहमी से पीटा कि पोस्टमॉर्टम में उनके शरीर पर 80 से अधिक चोटों के निशान मिले। इस अमानवीय घटना पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
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Mob Lynching: सीएम साय का शोक और सहायता का ऐलान
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, ‘केरल के पलक्कड़ में छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण और अत्यंत अमानवीय घटना से मैं गहराई से व्यथित हूं। किसी भी निर्दोष नागरिक के साथ इस प्रकार की हिंसा सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है।’
Mob Lynching: CM साय ने 5 लाख सहायता की घोषणा
सीएम देव ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पीड़ित परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। सीएम साय ने परिवार को 5 लाख रुपये की तत्काल सहायता देने, परिजनों को केरल भेजने और पार्थिव शरीर को हवाई जहाज से सम्मानपूर्वक गृह ग्राम करही (सक्ति जिला) लाने की व्यवस्था की घोषणा की। पार्थिव शरीर मंगलवार को छत्तीसगढ़ लाया जाएगा। सीएम ने केरल सरकार से अपील की कि इस जघन्य अपराध के सभी दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई हो ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
Mob Lynching: बांग्लादेशी समझकर पीटा: सिर पर गंभीर चोटें, पसलियां टूटी
रामनारायण बघेल, जो दलित समुदाय से थे, 13 दिसंबर को रोजगार की तलाश में केरल पहुंचे थे। 17 दिसंबर को पलक्कड़ के वालायार इलाके में चोरी के शक में स्थानीय भीड़ ने उन्हें घेर लिया। वायरल वीडियो में हमलावर उनसे “क्या तुम बांग्लादेशी हो?” जैसे सवाल पूछते और थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। पिटाई इतनी निर्मम थी कि रामनारायण खून की उल्टियां करने लगे और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि शरीर का कोई हिस्सा चोट से बचा नहीं था – सिर पर गंभीर चोटें, आंतरिक रक्तस्राव और पसलियां टूटी हुई थीं।
Mob Lynching: केरल पुलिस की कार्रवाई और राजनीतिक बयान
केरल पुलिस ने हत्या के आरोप में 5 लोगों – अनु, प्रसाद, मुरली, अनंदन और बिपिन – को गिरफ्तार किया है। इनमें से कुछ पर पहले आपराधिक मामले दर्ज हैं। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की गई है और और आरोपियों की तलाश जारी है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और परिवार को कम से कम 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की। शव को हवाई जहाज से छत्तीसगढ़ भेजने का खर्च भी सरकार उठाएगी।
केरल सरकार के कुछ नेताओं ने इसे संघ परिवार की नफरत की राजनीति का नतीजा बताया, जबकि BJP ने इन आरोपों को खारिज किया। मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है और रिपोर्ट मांगी है।
Mob Lynching: परिवार की मांग और सामाजिक आक्रोश
रामनारायण परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। उनकी पत्नी ललिता और दो छोटे बच्चे हैं। परिवार ने SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज करने, 25 लाख मुआवजा और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की है। यह घटना प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और घुसपैठिए के नाम पर बढ़ती हिंसा पर गंभीर सवाल उठा रही है। देशभर में आक्रोश है और उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।
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