Journalist Murder: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया है। एक बड़े सड़क घोटाले का पर्दाफाश करने वाले चंद्राकर की गला घोंटकर हत्या कर दी गई और बाद में कुल्हाड़ी से हमला कर दिया गया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई। पुलिस ने उनके दो चचेरे भाइयों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि चौथा आरोपी सुरेश चंद्रवंशी अभी भी फरार है। छत्तीसगढ़ सरकार ने मामले की जांच के लिए आईपीएस अधिकारी मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। न्याय की मांग को लेकर पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसके बाद मुकेश का पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें उसकी मौत की भयावहता की पुष्टि हुई।
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में शनिवार को नया खुलासा हुआ। पुलिस ने 3 आरोपियों दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया है। इनमें से 2 आरोपी मृतक के चचेरे भाई हैं। पुलिस ने एक अन्य रिश्तेदार सुरेश चंद्रवंशी को भी आरोपी बनाया है, लेकिन वह फरार है।
उधर, आज मुकेश का पोस्टमार्टम भी हुआ। इसमें पता चला कि पत्रकार की पहले गला घोंटकर हत्या की गई। बाद में उसके सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया गया। इससे उसके सिर पर ढाई इंच का घाव हो गया।
पोस्टमार्टम के बाद मुकेश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस बीच सरकार ने जांच के लिए आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। इससे पहले दिनभर मुकेश की हत्या के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में विरोध प्रदर्शन हुए।

सड़क घोटाला है हत्या का कारण
पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुकेश लगातार 100 करोड़ से अधिक की लागत वाली सड़क निर्माण में घोटाले की खबरें दे रहा था। इस सड़क का काम उसके दूर के रिश्तेदार को दिया गया था। इन खबरों से ठेकेदार नाराज था।

पत्रकार मुकेश 2 दिन से लापता थे, साथी पत्रकारों को मिला शव
- मुकेश 1 जनवरी 2025 की शाम 7 बजे से घर से लापता था। अगले दिन 2 जनवरी को उसके भाई युकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस लगातार मुकेश का फोन ट्रेस कर रही थी। फोन बंद था, लेकिन आखिरी लोकेशन आसपास ही दिखी थी
. - सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की गई, जिसमें मुकेश को आखिरी बार टी-शर्ट और शॉर्ट्स में देखा गया था। इस बीच पत्रकारों ने भी अलग-अलग जगहों पर पूछताछ की। जीमेल लोकेशन के जरिए लोकेशन का पता लगाया गया, जिसमें मुकेश का आखिरी लोकेशन बीजापुर के चट्टानपारा में देखा गया। पुलिस ने इसी आधार पर जांच की
. - शुक्रवार को सर्चिंग के दौरान रितेश चंद्राकर का फार्म हाउस मिला। यहां बैडमिंटन कोर्ट है। जब पत्रकार पुलिस के साथ लोकेशन पर पहुंचे तो पुराने सेप्टिक टैंक में कुछ नया कंक्रीट नजर आया। इससे पत्रकारों को शक हुआ और उसे तोड़ दिया गया। इसके बाद सेप्टिक टैंक में ही मुकेश का शव मिला। टैंक को तोड़कर खाली करने में पुलिस टीम को तीन घंटे लग गए।


सुरेश का बैंक खाता फ्रीज, दिनभर विरोध प्रदर्शन
आईजी सुंदरराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुरेश को भी आरोपी बनाया गया है, लेकिन वह फरार है। 3 बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। वहीं, आरोपी के ठिकानों पर बुलडोजर भी चला दिया गया है। इस घटना के विरोध में दिनभर प्रदर्शन हुए।
पत्रकारों ने बीजापुर नेशनल हाईवे-63 को 4 घंटे तक जाम रखा। रायपुर में भी विरोध प्रदर्शन किया गया। पत्रकारों ने मांग की है कि आरोपियों को फांसी दी जाए। बिलासपुर, सरगुजा प्रेस क्लब ने भी दोषियों को फांसी देने की मांग की है। वहीं, इंडियन प्रेस क्लब और महिला प्रेस क्लब ने भी दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।


प्रियंका गांधी ने कहा- सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
प्रियंका गांधी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मुकेश ने विभाग के सड़क घोटाले को उजागर किया था। यहां भ्रष्टाचार हो रहा है। इससे साफ है कि अरुण साव भ्रष्ट हैं।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि हर अपराध में कांग्रेस के नेता ही क्यों शामिल होते हैं? कांग्रेस ने सुरेश चंद्राकर को पदाधिकारी बनाया। उन्हें जिला महामंत्री का पद दिया गया।
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