ED Raid: छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को लेकर जबरदस्त सियासी घमासान मच गया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ईडी ने सोमवार को छापा मारा। इस दौरान उनके घर से 33 लाख रुपये नकद जब्त किए गए, जिसे लेकर बघेल ने कहा कि इसका पूरा हिसाब वे देंगे। वहीं, ईडी की टीम पर कथित रूप से हमला भी हुआ, जिससे मामला और गरमा गया है।
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ED Raid: भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई पर उठाए सवाल
ईडी की पूछताछ के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए भूपेश बघेल ने कई अहम बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि ईडी के पास उनके निवास की तलाशी का वारंट था और एजेंसी ने दस्तावेजों की जांच की। बघेल ने दावा किया कि उनके पास मुख्य रूप से खेती का व्यवसाय है और वे 140 एकड़ में कृषि कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि “ईडी ने जो दस्तावेज जब्त किए हैं, उनमें कुछ ऐसे पेपर भी हैं जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक सिंह का नाम शामिल है। इसे देखकर ईडी अधिकारी भी चौंक गए।” बघेल ने कहा कि ईडी की कार्रवाई भाजपा की “बौखलाहट” को दिखाती है और उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि “ईडी के पास कोई ईसीआईआर (ECIR) नंबर नहीं था।”
भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी पोस्ट किया और लिखा: ईडी घर से चली गई है। मेरे घर से तीन मुख्य चीजें मिली हैं:
- मंतूराम और डॉ. पुनीत गुप्ता (डॉ. रमन सिंह के दामाद) के बीच करोड़ों के लेन-देन की बातचीत की पेन ड्राइव।
- डॉ. रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की सेल कंपनी के कागजात।
- हमारे संयुक्त परिवार में खेती, डेयरी, स्त्री धन और ‘कैश इन हैंड’ मिलाकर लगभग 33 लाख रुपये। इन सभी का हिसाब हम ईडी को दे देंगे। लेकिन मुख्य सवाल यह है कि ईडी के अधिकारी कोई ईसीआईआर नंबर नहीं बता पाए हैं।
ED Raid: ईडी की टीम पर हमला, ईंट-पत्थर बरसाए गए
इस छापेमारी के दौरान विवाद तब बढ़ गया जब भिलाई में ईडी की टीम पर हमला कर दिया गया। जब ईडी अधिकारी रेड के बाद लौट रहे थे, तब विरोध कर रहे लोगों ने उनकी गाड़ियों को घेर लिया। कई लोग गाड़ियों के नीचे लेट गए, जिससे ईडी टीम का निकलना मुश्किल हो गया। इसके अलावा, कुछ लोगों ने गाड़ियों पर पत्थरबाजी की और कारों के शीशे तक तोड़ दिए।
ED Raid: ईडी के अधिकारी शिकायत करने पहुंचे थाना
ईडी के अधिकारियों ने इस हमले की शिकायत भिलाई-तीन थाने में दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि हमारी गाड़ियों को रोका गया, भीड़ में नारेबाजी करने वालों ने गाड़ी के ऊपर चढ़ने की कोशिश की और पत्थर फेंके। इससे गाड़ियों का शीशा टूट गया और टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
ED Raid: धरना प्रदर्शन और नारेबाजी, कांग्रेस का प्रदेशभर में प्रदर्शन
ईडी की छापेमारी की खबर मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भूपेश बघेल के घर के बाहर एकत्रित हो गए और जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने ‘मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी’ और ‘भूपेश भैय्या जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाए। कांग्रेस ने इस मुद्दे को और बड़ा बनाते हुए मंगलवार को प्रदेशभर में ईडी की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन करने की घोषणा की है। पार्टी ने कहा है कि वे भाजपा और ईडी का पुतला दहन करेंगे।
ED Raid: चैतन्य बघेल और शराब घोटाले से जुड़ी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह छापेमारी सिर्फ भूपेश बघेल तक सीमित नहीं थी। ईडी ने चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों समेत कुल 14 जगहों पर भी छापेमारी की। ईडी का दावा है कि 2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में चैतन्य बघेल को भी फायदा पहुंचाया गया था।
ED Raid: राजनीतिक घमासान तेज, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
इस पूरे मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी तकरार तेज हो गई है। भाजपा का कहना है कि “भूपेश बघेल और उनके करीबी भ्रष्टाचार में लिप्त थे, इसलिए अब ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रही है और दावा कर रही है कि भाजपा सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
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