CGPSC Scam: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए CGPSC गड़बड़ी के मामले में बीजेपी सरकार एक्शन मोड में है। ईओडब्ल्यू एवं एसीबी ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) भर्ती में हुई गड़बड़ी में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक के साथ ही अफसरों और कांग्रेसी नेताओं को आरोपी बनाया गया है। इन सभी के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र करने, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का जुर्म दर्ज किया है। बता दें कि चुनाव के वक़्त छत्तीसगढ़ में CGPSC का मामला भी जमकर गरमाया था।
कई धाराओं में दर्ज किए गए केस
ईओडब्ल्यू ने राज्य के गृह विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), धारा 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1998 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
आपको बता दे कि इस घोटाले का खुलासा 11 मई, 2021 को पीएससी का रिजल्ट जारी होने के बाद हुआ था। इस दौरान पता चला कि पीएससी अध्यक्ष, सचिव और अधिकारियों ने रसूखदार जनप्रतिनिधियों के बच्चों को उपकृत करने के लिए उन्हें पीएससी में सलेक्ट किया है। जारी किए गए रिजल्ट में फर्जीवाड़ा किया गया है। यह परीक्षा प्रतियोगी परीक्षा वर्ष 2020-21 में ,जो 171 पदों के लिए ली गई थी।
सीएम और गर्वनर को मिली थी 48 शिकायतें
सीजीपीएससी में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई गड़बड़ी की 48 शिकायतें राज्यपाल, सीएम और मुख्य सचिव से की गई हैं। इतनी संख्या में शिकायत मिलने के बाद राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया। संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में सीबीआई की एंट्री भी हो सकती है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में सीबीआई को भी पत्र लिखा गया है।