Smartphone Export: मेड इन इंडिया मोबाइल फोन अब दुनियाभर में धूम मचा रहे हैं। स्मार्टफोन निर्यात के मामले में भारत की तूती बोलने लगी है। ‘मेड इन इंडिया’ मोबाइल फोन का हर तरफ बज रहा डंका, मोबाइल एक्सपोर्ट में चीन और वियतनाम को पीछे छोड़ दिया है। प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव (पीएलआई) स्कीम की वजह से भारत के मोबाइल फोन निर्यात को जबरदस्त बूस्ट देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2024 में भारत के मोबाइल निर्यात में इजाफा हुआ है। इसके साथ ही भारत ने अपने पडोसी देश चीन और वियतनाम का मोबाइल निर्यात घट गया है।
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दुनियाभर में मेक इन इंडिया फोन का डंका
रेलवे, सूचना एवं प्रसारण और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इसके बारे में जानकारी दी है। अश्विनी वैष्णव ने लिखा, भारत का फोकस मेक इन इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर है। पीएलआई योजना के तहत अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे है।
मोबाइल निर्यात में बढ़ रहा भारत का दबदबा
भारत का मोबाइल एक्सपोर्ट वित्त वर्ष 24 में 16 अरब डॉलर हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 11 अरब डॉलर था। वहीं, चीन का मोबाइल निर्यात वित्त वर्ष 24 में 132.5 अरब डॉलर था, जो कि वित्त वर्ष 23 में 136.3 अरब डॉलर था। दूसरी ओर वियतनाम का मोबाइल निर्यात वित्त वर्ष 24 में कम होकर 26.7 अरब डॉलर रह गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 31.9 अरब डॉलर पर था।
आईफोन का उत्पादन तेजी से भारत में शिफ्ट
दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल ने अपने आईफोन का उत्पादन तेजी से भारत में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। इस कदम के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जिनमें राजनीतिक स्थिरता और उद्योग को सहयोग देने वाली सरकारी नीतियां प्रमुख हैं। एप्पल ने पिछले कुछ वर्षों में भारत में अपने उत्पादन को बढ़ावा दिया है। इसका उद्देश्य चीन पर निर्भरता कम करना और भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना है। एप्पल का भारत में आईफोन उत्पादन शिफ्ट करना भारत की तकनीकी उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह देश की वैश्विक तकनीकी उद्योग में बढ़ती भूमिका को दर्शाता है। इससे न केवल एप्पल को लाभ हो रहा है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था और स्थानीय उद्योगों को भी फायदा हो रहा है।
बाजार हिस्सेदारी
पिछले वित्त वर्ष में, भारत ने अपना खोया हुआ 40.5 प्रतिशत बाजार चीन और वियतनाम से पुनः हासिल कर लिया है। यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह दर्शाता है कि भारत स्मार्टफोन उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है। भारत की राजनीतिक स्थिरता और व्यापारिक वातावरण ने एप्पल जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित किया है। यह स्थिरता कंपनियों को लंबी अवधि के निवेश के लिए आत्मविश्वास देती है।
निर्यात में वृद्धि
एप्पल ने भारत से अपने आईफोन निर्यात में भी उल्लेखनीय वृद्धि की है। इसका मतलब यह है कि भारत न केवल स्थानीय बाजार के लिए बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी उत्पादन कर रहा है। एप्पल ने भारत में कई स्थानीय उत्पादन इकाइयां स्थापित की हैं, जिनमें प्रमुखतः फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन जैसी कंपनियां शामिल हैं। ये इकाइयां आईफोन के विभिन्न मॉडल का निर्माण कर रही हैं।