Gold Price: वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों ने बुधवार को ऐतिहासिक ऊंचाई छू ली। कॉमेक्स पर दिसंबर फ्यूचर्स अनुबंध 4,000 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गया, जो इतिहास में पहली बार हुआ है। भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजे यह 4,040 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। चांदी में भी जोरदार तेजी देखी गई, जो 48.20 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। वैश्विक अस्थिरता, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती की उम्मीदें और भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित संपत्ति की ओर धकेल दिया है।
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Gold Price: सोने ने दिया 55 प्रतिशत रिटर्न
इस साल सोने ने 55 प्रतिशत से अधिक और चांदी ने 70 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। प्रमुख निवेश बैंक गोल्डमैन सैश ने सोने की कीमत अगले साल दिसंबर तक 4,900 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान जताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अनिश्चितताएं बनी रहीं, तो यह तेजी और तेज हो सकती है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के दिसंबर 2025 कॉन्ट्रैक्ट में 0.87 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो 1,22,170 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। चांदी का दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट 1.07 प्रतिशत चढ़कर 1,47,354 रुपये प्रति किलो पर पहुंचा।
Gold Price: वैश्विक अस्थिरता ने सोने को बनाया पसंदीदा निवेश
सोने की कीमतों में तेजी के पीछे वैश्विक अनिश्चितताएं प्रमुख कारण हैं। अमेरिका में सरकारी शटडाउन की आशंका, फ्रांस में प्रधानमंत्री के अचानक इस्तीफे से राजनीतिक उथल-पुथल, जापान और अर्जेंटीना में आर्थिक चिंताएं, तथा रूस-यूक्रेन युद्ध में तनाव बढ़ने से निवेशक जोखिम भरी संपत्तियों से दूर होकर सोने की ओर रुख कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सोना 1979 के बाद का सबसे शानदार साल बिता रहा है, जब मुद्रास्फीति और मध्य पूर्व संकट ने कीमतों को 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ा दिया था।
अमेरिकी फेड की नीतियां भी इस तेजी को हवा दे रही हैं। फेडवॉच टूल के अनुसार, अक्टूबर में 25 आधार अंकों की कटौती की संभावना 93 प्रतिशत है, जबकि दिसंबर में भी 82 प्रतिशत। कम ब्याज दरें सोने को आकर्षक बनाती हैं, क्योंकि यह ब्याज नहीं देता लेकिन मुद्रास्फीति के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सोना 3,900 डॉलर के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 4,000 डॉलर पार कर गया, जो फेड कटौती की उम्मीदों और वैश्विक अनिश्चितता से प्रेरित है।
केंद्रीय बैंक भी सोने की मांग बढ़ा रहे हैं। गोल्डमैन सैश के अनुसार, 2025 में औसतन 80 मीट्रिक टन और 2026 में 70 टन सोना खरीदा जाएगा। उभरते बाजारों के बैंक अपनी आरक्षित संपत्तियों में विविधीकरण कर रहे हैं। वेस्टर्न ईटीएफ में भी निवेश बढ़ा है, क्योंकि फेड 2026 के मध्य तक 100 आधार अंकों की कटौती कर सकता है।
Gold Price: चांदी की कीमतें भी चमक रही, 70% रिटर्न का रिकॉर्ड
सोने के साथ चांदी भी जोरदार उछाल पर है। कॉमेक्स पर चांदी 1.44 प्रतिशत बढ़कर 48.20 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। फॉर्च्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, 6 अक्टूबर को यह 48.22 डॉलर पर थी, जो साल भर में 53 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्शाती है। चांदी की औद्योगिक मांग (इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल) के कारण इसकी अस्थिरता सोने से अधिक है, लेकिन सुरक्षित निवेश के रूप में यह भी लोकप्रिय हो रही है।
एमसीएक्स पर चांदी के दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट में 1.07 प्रतिशत की तेजी आई। लॉन्ग फोरकास्ट के अनुसार, चांदी 2025 के अंत तक 46.84 डॉलर से ऊपर रह सकती है। ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स डेटा से पता चलता है कि पिछले महीने चांदी 17.66 प्रतिशत चढ़ चुकी है।
गोल्डमैन सैश का सकारात्मक पूर्वानुमान: 4,900 डॉलर तक संभव
दुनिया के प्रमुख निवेश बैंकों में शुमार गोल्डमैन सैश ने सोने के लिए अपनी भविष्यवाणी को ऊंचा किया है। बैंक की 7 अक्टूबर की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिसंबर 2026 तक कीमत 4,900 डॉलर प्रति औंस छू सकती है, जो वर्तमान स्तर से 23 प्रतिशत अधिक है। पहले यह अनुमान 4,300 डॉलर का था।
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