Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बिहार के दरभंगा जिले में बिना अनुमति अंबेडकर छात्रावास में कार्यक्रम करने को लेकर दो एफआईआर दर्ज होने के बाद राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राहुल गांधी पर कानून उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्हें सीधे जेल भेजने की मांग की है।
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Rahul Gandhi: क्या है मामला?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हाल ही में दरभंगा स्थित अंबेडकर छात्रावास में छात्रों से मिलने और एक संवाद कार्यक्रम के लिए पहुंचे थे। आरोप है कि इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। छात्रावास सरकारी संपत्ति है, और वहां राजनीतिक कार्यक्रम बिना पूर्व अनुमति के आयोजित नहीं किया जा सकता।
Rahul Gandhi: दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज
इस मामले में प्रशासन की ओर से दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें कार्यक्रम के आयोजकों और राहुल गांधी की भूमिका को लेकर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
Rahul Gandhi: दिलीप जायसवाल का तीखा हमला
पटना में मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, राहुल गांधी ने बिहार की धरती पर आकर कानून तोड़ने का प्रयास किया है। उन्होंने सरकारी छात्रावास में बिना अनुमति के राजनीतिक कार्यक्रम किया। ऐसे में एफआईआर दर्ज होना स्वाभाविक है। राहुल गांधी कोई देवता नहीं हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई न हो। उन्हें तो सीधे जेल भेजा जाना चाहिए।
जानबूझकर कानून का उल्लंघन कर रहे राहुल
जायसवाल ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता जानबूझकर कानून का उल्लंघन कर रहे हैं ताकि उनके खिलाफ केस दर्ज हो और वह इसे राजनीतिक सहानुभूति में बदल सकें। जायसवाल ने कहा कि यह एक सोची-समझी रणनीति है, लेकिन बिहार की जनता इतनी भोली नहीं है कि वह इस सियासी नौटंकी में फंस जाए।
बिहार की धरती का अपमान: भाजपा
दिलीप जायसवाल ने कहा कि राहुल गांधी यह समझते हैं कि वे बिहार आकर कोई भी नियम तोड़ देंगे और जनता उन्हें माफ कर देगी, लेकिन बिहार की धरती बुद्ध, महावीर, चाणक्य, जेपी और कुंवर सिंह जैसे महापुरुषों की है। यह भूमि अनुशासन और कानून के लिए जानी जाती है। “यहां कानून तोड़ने वालों को सम्मान नहीं, दंड मिलता है,” उन्होंने कहा।
पूर्वजों की गलतियों का प्रायश्चित?
जायसवाल ने राहुल गांधी के दौरे को ‘प्रायश्चित यात्रा’ करार दिया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “राहुल गांधी बिहार में अपने पूर्वजों की गलतियों का प्रायश्चित करने आए हैं। कांग्रेस 65 वर्षों तक सत्ता में रही लेकिन उसने दलितों और वंचितों के लिए कुछ नहीं किया। अब वह दलित छात्रावास में जाकर फोटो खिंचवा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, राहुल गांधी दलितों के पास जाकर माफी मांग रहे हैं कि उनके पूर्वजों की नीतियों ने दलित समाज को आगे नहीं बढ़ाया। अंबेडकर छात्रावास में जाना इस बात का प्रतीक है कि कांग्रेस ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को जिस तरह अपमानित किया था, अब राहुल उस अपमान का प्रायश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भाजपा के इन तीखे आरोपों के जवाब में कांग्रेस नेताओं ने भी पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा कि राहुल गांधी देश भर के युवाओं और छात्रों से संवाद कर रहे हैं। उनका उद्देश्य राजनीतिक नहीं, सामाजिक जागरूकता और संवाद स्थापित करना है। एफआईआर को राजनीति से प्रेरित बताया गया है।
राहुल के बढ़ते जनाधार से घबराई हुई भाजपा
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा राहुल गांधी के बढ़ते जनाधार से घबराई हुई है और ऐसे मामलों को तूल देकर उनकी छवि खराब करना चाहती है। कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को जेल भेजने की मांग ‘तानाशाही मानसिकता’ का परिचायक है।
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