Purnia Crime: बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, राज्य पुलिस इसे रोकने के लिए लगातार सक्रिय है। पुलिस ने पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच किलोग्राम से अधिक स्मैक के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। जब्त किए गए ड्रग्स की कीमत पांच करोड़ रुपये आंकी गई है, जो इस क्षेत्र में तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का संकेत देती है।
पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना:
पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर तस्करों के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि गुरुवार को स्मैक की बड़ी खेप तस्करों द्वारा लाई जा रही है। सूचना के आधार पर पुलिस ने रात्रि गश्ती तेज कर दी और बलौरी स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के ओवरब्रिज पर चौकसी बढ़ा दी। रात्रि के दौरान, मरंगा की ओर से एक ग्रे रंग की स्विफ्ट कार आते हुए दिखाई दी। पुलिस बल को देखकर कार चालक ने वाहन की रफ्तार धीमी की। इसके बाद यू-टर्न लेकर भागने की कोशिश की गई, जिससे पुलिस का शक और गहरा गया।
पुलिस का त्वरित एक्शन:
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कार को रोकने का प्रयास किया। वाहन को रोके जाने के बाद तस्करों को पकड़ने और स्मैक की खेप जब्त करने में सफलता मिली। गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस तस्करी के पूरे नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
दो तस्कर गिरफ्तार
पुलिस ने तस्करों की गिरफ्तारी में तेज़ी से काम किया और उनके द्वारा की गई भागने की कोशिश को नाकाम कर दिया। पुलिस जब स्विफ्ट कार तक पहुंची, तो उसमें सवार लोगों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया। कार की तलाशी के दौरान, पुलिस ने डिक्की से प्लास्टिक में बंधा हुआ 5.190 किलोग्राम स्मैक बरामद किया। इसके अलावा, पुलिस ने अन्य सामान भी जब्त किए, जो मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े हो सकते हैं।
पांच करोड़ के स्मैक की खेप जब्त
बरामद स्मैक की कीमत करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने तस्करों को गिरफ्तार कर लिया और उनकी पूछताछ शुरू कर दी है। यह पुलिस की सटीक और तेज कार्रवाई का परिणाम था कि तस्करों को तस्करी की खेप के साथ पकड़ा गया, और मादक पदार्थों के इस नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिली।
शराबबंदी के दुष्परिणाम:
बिहार में शराबबंदी के बाद तस्कर अब स्मैक, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी की ओर रुख कर रहे हैं। इसका असर न केवल कानून व्यवस्था पर पड़ा है, बल्कि समाज में भी नई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं। पुलिस की यह कार्रवाई मादक पदार्थों के बढ़ते खतरे को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे तस्करी के बड़े नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिल सकती है।
औरंगाबाद में दो प्रेशर आईईडी सहित बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद
औरंगाबाद पुलिस और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन ने मिलकर नक्सलियों के एक बड़े मंसूबे को विफल कर दिया। यह संयुक्त अभियान मदनपुर थाना क्षेत्र के जंगली इलाके में चलाया गया, जहां नक्सलियों ने बड़े हमले की योजना बनाई थी। इस कार्रवाई में 2,206 कारतूस और 2 प्रेशर आईईडी बम बरामद किए गए। यह सामान नक्सलियों द्वारा हमले की योजना के तहत रखा गया था, ताकि सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाया जा सके। पुलिस और सीआरपीएफ की सहयोगात्मक कार्रवाई से नक्सलियों के हमले की योजना को विफल किया गया।
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