Bihar: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सोमवार को बिहार में हुई एक दिवसीय यात्रा पर राज्य की राजनीति में सियासी हलचल तेज हो गई है। ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा के तहत राहुल गांधी ने बेगूसराय में युवाओं के मुद्दों को लेकर जनसभा की और रोजगार, पलायन, शिक्षा व सामाजिक न्याय से जुड़े कई सवाल उठाए। हालांकि उनकी इस यात्रा को लेकर एनडीए खेमे के नेता खासे हमलावर नजर आए। सबसे तीखा बयान केंद्रीय मंत्री और जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का रहा, जिन्होंने राहुल गांधी की इस यात्रा को ‘फैशनेबल यात्रा’ करार देते हुए कहा कि इससे बिहार की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
Table of Contents
“क्या राहुल को रोजगार की परिभाषा पता है?”
ललन सिंह ने सवालिया लहजे में कहा, क्या राहुल गांधी को रोजगार की परिभाषा भी मालूम है? बिहार में प्रतिदिन नियुक्ति पत्र बंट रहे हैं, रोज़गार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। ऐसे में यह कहना कि बिहार में रोजगार नहीं है, सिर्फ भ्रम फैलाने की कोशिश है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि राहुल गांधी की यात्राएं सिर्फ घूमने और दिखावे के लिए होती हैं। घूमना है तो घूमते रहें, जनता अपना मन बना चुकी है। उन्होंने राहुल गांधी के संविधान की प्रति लेकर चलने पर भी कटाक्ष किया और कहा कि उनके पूरे परिवार का इतिहास संविधान की धज्जियां उड़ाने का रहा है। अब वो संविधान की किताब लेकर घूम रहे हैं, यह सिर्फ दिखावा है।
Bihar: जदयू और भाजपा नेताओं का संयुक्त हमला
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने भी राहुल गांधी के दौरे को पूरी तरह नकारते हुए कहा कि “बिहार से उन्हें क्या लेना-देना? सबसे ज़्यादा पलायन तब हुआ जब बिहार में कांग्रेस और राजद की सरकार थी।” उन्होंने कहा कि उस दौर में डॉक्टर, छात्र और व्यापारी – सब राज्य छोड़कर बाहर चले गए थे। संजय झा ने आगे कहा कि अभी हाल ही में वक्फ संपत्ति पर लोकसभा में चर्चा हुई थी, लेकिन नेता प्रतिपक्ष होते हुए भी राहुल गांधी चुप रहे। ऐसे नेता बिहार आकर लोगों को क्या समझाएंगे?
Bihar: राहुल गांधी की यात्रा से चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी राहुल गांधी की यात्रा को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “बिहार में कांग्रेस का शासन 58 साल रहा है, जनता पूछेगी कि आपने इतने वर्षों में क्या किया?” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “राहुल गांधी पदयात्रा कर लें या भागलपुर में बैठ जाएं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जनता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ है।”
Bihar: तेजस्वी यादव पर भी निशाना
इस बीच, जदयू के नेता संजय झा ने राजद नेता तेजस्वी यादव को भी घेरा। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए, लेकिन आजकल उन्हें जदयू की चिंता ज़्यादा हो गई है। यह बयान तेजस्वी यादव द्वारा हाल ही में जदयू की नीतियों पर की गई टिप्पणी के जवाब में आया।
राहुल गांधी की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा भले ही युवाओं और बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों को उठाने के उद्देश्य से की गई हो, लेकिन बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए सरकार और उसके घटक दलों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने जहां युवाओं को जागरूक करने की कोशिश की, वहीं एनडीए नेताओं ने इसे “दिखावा” और “फैशन” करार दिया। अब देखना होगा कि यह यात्रा वास्तव में कांग्रेस को बिहार की राजनीति में कोई ज़मीन दिला पाती है या नहीं।
यह भी पढ़ें:–
राम नवमी पर पीएम मोदी का पंबन ब्रिज मास्टरस्ट्रोक: राम सेतु की धरती से सियासी चाल – क्या दक्षिण का रास्ता खोल पाएगी बीजेपी?