Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी 20 वर्षों की सत्ता को बचाने की कवायद में जनता के लिए एक और बड़ा ऐलान किया है। रोजगार और महिला आरक्षण के वादों के बाद अब उन्होंने राज्य के 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को मुफ्त बिजली देने का एलान किया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर इसकी घोषणा करते हुए लिखा, हम लोग शुरू से ही सस्ती दरों पर सभी को बिजली उपलब्ध करा रहे हैं। अब हमने तय कर लिया है कि 1 अगस्त 2025 से यानी जुलाई माह के बिल से राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा।
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1.67 करोड़ परिवारों को होगा लाभ
उन्होंने आगे कहा कि इसका लाभ राज्य के 1.67 करोड़ परिवारों को होगा। साथ ही अगले तीन वर्षों में सभी घरेलू उपभोक्ताओं की सहमति लेकर उनके घर की छतों पर अथवा नजदीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की योजना भी लागू की जाएगी।
गरीब परिवारों के लिए पूरी सब्सिडी
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कुटीर ज्योति योजना के तहत अत्यंत निर्धन परिवारों के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। अन्य उपभोक्ताओं के लिए भी सरकार उचित सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने दावा किया कि इससे घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली खर्च शून्य होगा, साथ ही राज्य में तीन वर्षों में अनुमानित 10,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन किया जाएगा, जिससे ऊर्जा आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
चुनाव से पहले हो रही घोषणाएं
बिहार में चुनाव की तारीखें अभी तय नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि अक्टूबर-नवंबर 2025 में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। मौजूदा सरकार का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग चुनाव की प्रक्रिया इससे पहले पूरी कराएगा। चुनाव से पहले नीतीश कुमार लगातार बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की घोषणा की थी, वहीं महिलाओं को 35% आरक्षण देने का वादा भी किया। अब मुफ्त बिजली देने का ऐलान कर उन्होंने जनता को लुभाने की कोशिश की है।
राजनीतिक रणनीति में बड़ा दांव
नीतीश कुमार के इस फैसले को चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। बिजली जैसी बुनियादी सुविधा को फ्री करने का वादा बिहार की बड़ी आबादी को प्रभावित कर सकता है। खासकर ग्रामीण इलाकों और निम्न आय वर्ग में इसका बड़ा असर पड़ सकता है।
राज्य में बिजली आपूर्ति की स्थिति
राज्य सरकार का दावा है कि वर्तमान में बिहार में शहरी क्षेत्रों में 23.85 घंटे प्रतिदिन और ग्रामीण क्षेत्रों में 23.45 घंटे प्रतिदिन बिजली आपूर्ति की जा रही है। अब सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर आत्मनिर्भरता बढ़ाने की योजना तैयार की गई है, जिससे दीर्घकाल में बिजली उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होगी।
चुनाव की तैयारी में जुटे दल
बिहार में सत्ताधारी जदयू और भाजपा के साथ ही राजद, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल भी जनता को अपने पक्ष में करने के लिए तैयारी में जुटे हैं। सभी दल रोजगार, महंगाई, शिक्षा और विकास के मुद्दों पर प्रचार तेज कर रहे हैं। नीतीश कुमार की यह घोषणा चुनावी समीकरणों में नया मोड़ ला सकती है।
क्या कहती है विपक्ष
फिलहाल विपक्ष ने इस घोषणा पर सीधे प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन माना जा रहा है कि वे इसे चुनावी जुमला करार दे सकते हैं। हालांकि, मुफ्त बिजली का यह ऐलान बिहार में चुनावी माहौल को गर्म कर सकता है।
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