Vastu tips for living room: हमारे घर में लिविंग रूम परिवार वालों की सभी सामाजिक गतिविधियों का केंद्र है। लिविंग रूम में घर के सभी सदस्य मिलकर आपस में बातचीत करते हैं और अच्छे समय का आनंद लेते हैं। ऐसे में आपसी मेलजोल बनाए रखने और घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए लिविंग रूम का सही दिशा होना भी जरूरी है। अन्यथा घर में आइए जानते हैं लिविंग रूम बनाने के लिए किन वास्तु सिद्धांतों का उपयोग कर सकते हैं…
वास्तु के अनुसार ऐसा हो लिविंग रूम –
वास्तु के अनुसार, घर में लिविंग रूम का मुख उत्तर, पूर्व, उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। इन दिशाओं में लिविंग रूम होने से घरवालों के आपसी रिश्तों, तरक्की और स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
इसके अलावा अगर आपके घर में डाइनिंग क्षेत्र भी लिविंग रूम से जुड़ा हुआ है, तो इसे लिविंग रूम के पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित होना चाहिए।
वहीं पूजा का स्थान लिविंग रूम के उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है।
लिविंग रूम में दीवारों का रंग भी महत्व रखता है। वास्तु शास्त्र कहता है कि, सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए लिविंग रूम की दीवारों के लिए हल्के रंगों जैसे पीला, हल्का नीला, हरा और पीच कलर का उपयोग करें। आपको गहरे या तामसिक रंगों जैसे काला, गहरा नीला या भूरे रंगों से बचना चाहिए।
लिविंग रूम में सजावट के लिए भारी सामान, जंगली जानवर या कटीले पेड़ों की तस्वीर आदि का इस्तेमाल ना करें।
लिविंग रूम की पूर्व या उत्तर दिशा में मनीप्लांट, बैम्बू बंच जैसा कोई छोटा इंडोर प्लांट रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है।