Rani Mukerji: ख़ूबसूरती की बात करें तो उन्होंने अपनी बेहतरीन एक्टिंग और अपनी सुंदर आंखों से अपने लाखों फैन बना लिए थे। भूरी आंखों वाली रानी मुखर्जी की आंखें ही नहीं उनकी आवाज भी एकदम अलग है। उनकी आंखों में एक अलग ही चमक है और ऐसी आंखों पर हर तरह का मेकअप अच्छा लगता है। उनकी बड़ी, असेंचुएटेड आंखें और न्यूड लिप्स और साड़ी उनका सिग्नेचर लुक बन चुका है।
एक्ट्रेस को उनके बेहतरीन अभिनय के लिए कई अवॉर्ड्स से नवाज़ा जा चुका है। उन्हें अभी तक सात फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिल चुके हैं। रानी कद में भले ही छोटी हो लेकिन उनकी एक्टिंग, स्टाइल, आवाज़ और अदाएं सबसे हटकर हैं। रानी मुखर्जी की रीयल लाइफ़ की बात करें तो एक्ट्रेस मूल रूप से मुंबई की ही हैं। उनका जन्म 21 मार्च 1978 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता की बात करें तो उनके पिता का नाम राम मुखर्जी और माता का नाम कृष्णा मुखर्जी है। उनका एक बड़ा भाई है जिनका नाम राजा मुखर्जी है। उनका परिवार किसी ना किसी रूप में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है।
फिल्मों में आने से पहले रानी ने एक्टिंग के सभी हुनर सीखे। उन्होंने रोशन तनेजा के एक्टिंग इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग ली। जिसका जलवा आपको उनकी फ़िल्मों में कई बार देखने को मिला होगा। फ़िल्म करते-करते रानी को फिल्म इंडस्ट्री में ही अपना जीवनसाथी मिला। उन्हें बॉलीवुड फ़िल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा से प्यार हो गया। तो फिर क्या था रानी ने आदित्य से 21 अप्रेल 2014 में शादी कर ली और अब इन दोनों की एक प्यारी बेटी है जिसका नाम आदिरा चोपड़ा है। रानी की बेटी आदिरा का जन्म 9 दिसंबर 2015 को हुआ था। उनकी बेटी के नाम में आदित्य और रानी का नाम साफ झलक रहा है। आदित्य का आदि और रानी का रा बना देता है आदिरा।
यह बात बहुत कम लोग जानते है कि रानी के फ़िल्म करियर की पहली फ़िल्म ‘बियेर फूल’ थी। लेकिन उनको फ़िल्म ‘राजा की आएगी बारात’ से फिल्म इंडस्ट्री में बतौर अभिनेत्री पहचान मिली। यह फ़िल्म रानी के फैंस को बेहद पसंद आई। इस फ़िल्म में बतौर लीड एक्ट्रेस के तौर पर लोगों ने रानी को अपनाया और उनकी एक्टिंग को खूब सराहा। भले ही रानी ने अपने करियर में काफ़ी कम फ़िल्में की है लेकिन उन सभी फ़िल्मों में उन्होंने अपनी एक्टिंग का दमदार प्रदर्शन किया। साल 2005 रानी के लिए ख़ुशियाँ लेकर आया। इस साल एक्ट्रेस को सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रेस के साथ ही सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला। यह अवॉर्ड उन्हें निर्देशक मणिरत्नम की फ़िल्म ‘युवा’ के लिए मिला था। इस फ़िल्म में कई कलाकार थे लेकिन ख़ास उन सभी में से रानी को ही सेलेक्ट किया गया। जिससे यह साफ़ होता है कि रानी की एक्टिंग तो बेहतरीन है ही साथ ही रानी के चाहने वाले भी लाखों है।
रानी ने अपने फ़िल्मी करियर में कई बेहतरीन फ़िल्में की हैं। जिनमें शामिल राजा की आएगी बारात, गुलाम, कुछ कुछ होता है, हेलो ब्रदर, बिछू, चोरी चोरी चुपके चुपके, नायक, मुझसे दोस्ती करोगे, साथिया, चलते चलते, एल ओ सी कारगिल, युवा, हम तुम, वीर-ज़ारा, ब्लैक, बंटी और बबली, पहेली, कभी अलविदा न कहना, बाबुल, तालाश, मर्दानी, हिचकी और मर्दानी 2 है। इन सभी फ़िल्मों के अलावा फ़िल्म ‘कुछ कुछ होता है’ (1998), युवा (2004) और नो वन किल्ड जेसिका (2011) फिल्मों में बेहतरीन एक्टिंग के लिए रानी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार से नवाज़ा गया। उन्होंने साथिया (2002) और ब्लैक (2005) में अपनी भूमिकाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फिल्म फेयर क्रिटिक्स अवार्ड भी जीता। फिल्म हम तुम (2004) और ब्लैक (2005) में उनकी भूमिकाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार मिला।
वर्क फ्रंट की बात करें तो रानी मुखर्जी के पास कई प्रोजेक्ट्स की लाइन लगी हुई है, लेकिन उनका चुनाव सबसे हटकर और बेहतरीन होता है। इसलिए जल्द ही हो सकता है कि आप रानी की उनकी फ़िल्म मर्दानी के ही किसी सीक्वल में देख सकेंगे।