Karnataka Road Accident: कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 (NH-48) पर एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना हुई है। बेंगलुरु से शिवमोग्गा जा रही एक प्राइवेट स्लीपर बस की लॉरी से जोरदार टक्कर हो गई, जिसके बाद बस में तेजी से आग लग गई। इस हादसे में 13 से अधिक यात्रियों के जिंदा जलकर मरने की खबर है, जबकि 20 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई, और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
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Karnataka Road Accident: लॉरी ड्राइवर की लापरवाही
प्रारंभिक जांच के अनुसार, हिरियूर से बेंगलुरु की ओर जा रही लॉरी के ड्राइवर ने डिवाइडर पार करने की कोशिश की, जिससे वह विपरीत दिशा से आ रही बस से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस में तुरंत आग भड़क उठी। पुलिस का मानना है कि लॉरी ड्राइवर की नींद आने या लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक रंजीत कुमार बंडारू मौके पर पहुंचे और जांच की निगरानी कर रहे हैं। हादसा गोरलाथु गांव के पास हिरियूर तालुक में हुआ, जो NH-48 पर एक व्यस्त मार्ग है।
Karnataka Road Accident: बस में सवार थे 32 यात्री, कई फंसकर जल गए
बस ‘सी बर्ड’ नाम की प्राइवेट ट्रैवल कंपनी की थी और इसमें कुल 35 यात्री सवार थे। अधिकांश यात्री स्लीपर बर्थ में सो रहे थे, इसलिए आग लगने पर उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। कई यात्री बस के अंदर ही फंस गए और जिंदा जल गए। हादसे के बाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बस को आग की लपटों में घिरा देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेज थी कि बचाव कार्य मुश्किल हो गया।
Karnataka Road Accident: घायलों की स्थिति गंभीर, अस्पतालों में भर्ती
हादसे में बचे 22 से अधिक घायलों को हिरियूर और चित्रदुर्ग के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई घायलों को गंभीर जलन की चोटें आई हैं, और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। बस का ड्राइवर भी घायल है और उसका इलाज चल रहा है। बस कंडक्टर मोहम्मद सलीम ने अस्पताल से बताया, “मैं सो रहा था, अचानक जोरदार धमाका हुआ और खिड़की का शीशा टूट गया। मैं बस से बाहर गिर गया, मुझे हाथ-पैर में चोट लगी है। इसके बाद क्या हुआ, मुझे याद नहीं।” कुछ यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर जान बचाई, लेकिन कई की किस्मत साथ नहीं दी।
बचाव कार्य और जांच
फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। स्थानीय निवासियों ने भी घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। चित्रदुर्ग जिला प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। पुलिस ने लॉरी ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है और जांच जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि टक्कर के बाद डीजल टैंक लीक होने से आग इतनी तेजी से फैली। यह हादसा सड़क सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर करता है, खासकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर जहां तेज रफ्तार और लापरवाही आम है।
सड़क हादसों की बढ़ती संख्या चिंताजनक
कर्नाटक में इस साल कई बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं, और यह घटना क्रिसमस के दिन हुई होने से और भी दुखद है। राज्य सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह हाईवे पर सख्त नियम लागू करे, जैसे डिवाइडर की मजबूती और ड्राइवरों की नींद की जांच। मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग उठ रही है। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि सड़क यात्रा कितनी जोखिम भरी हो सकती है, खासकर रात के समय।
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