Putin India Visit: राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन दो दिन की भारत यात्रा पर हैं और सोमवार सुबह जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका हैदराबाद हाउस में स्वागत किया तो पूरा परिसर सुरक्षा और कूटनीति के एक दुर्लभ संगम जैसा दिखाई दिया। भारत और रूस के बीच यह उच्च-स्तरीय बैठक ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया कई तरह की अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनावों से गुजर रही है। पीएम मोदी ने पुतिन का स्वागत करते हुए कहा, ‘जल्द विश्व चिंताओं से मुक्त होगा… हम साथ मिलकर वैश्विक शांति और स्थिरता का मार्ग तैयार कर सकते हैं।’ उनका यह वक्तव्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक मजबूत संदेश माना जा रहा है।
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Putin India Visit: भारत-रूस की ऐतिहासिक साझेदारी की चर्चा
हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं के बीच वार्ता हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत की शुरुआत भारत-रूस की ऐतिहासिक साझेदारी की चर्चा से की और कहा कि दोनों देशों के बीच दशकों से चले आ रहे भरोसे ने बदलते वैश्विक परिदृश्य में नए अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया आज युद्ध, ऊर्जा संकट, आर्थिक चुनौतियों, उभरते संघर्षों और तकनीकी प्रतिस्पर्धा जैसे कई मोर्चों पर दबाव झेल रही है, ऐसे में भारत और रूस मिलकर स्थिरता का रास्ता मजबूत कर सकते हैं।
Putin India Visit: रूस और भारत विश्वसनीय रणनीतिक साझेदार
राष्ट्रपति पुतिन ने भी भारत की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि रूस और भारत “विश्वसनीय रणनीतिक साझेदार” हैं और भविष्य में यह साझेदारी और मजबूत होगी। उन्होंने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति और वैश्विक संतुलन बनाए रखने में देश की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, ‘भारत विश्व शांति और स्थिरता के लिए एक स्थिर शक्ति है। रूस इस साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
Putin India Visit: LNG, परमाणु ऊर्जा और पेट्रो-केमिकल सेक्टर में साझेदारी बढ़ाने पर बातचीत
बैठक के दौरान ऊर्जा सुरक्षा पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने की उम्मीद है। रूस भारत का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल सप्लायर बन चुका है, और दोनों देशों के बीच LNG, परमाणु ऊर्जा और पेट्रो-केमिकल सेक्टर में साझेदारी बढ़ाने पर बातचीत हो सकती है। इसके अलावा, रक्षा सहयोग इस वार्ता का सबसे अहम हिस्सा है। लंबे समय से भारत रूस का प्रमुख रक्षा साझेदार रहा है और वर्तमान भू-राजनीतिक हालात में दोनों देशों का इस क्षेत्र में तालमेल और गहरा होने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में सामरिक संचार, प्रतिरोध क्षमता, अंतरिक्ष सहयोग और साइबर सुरक्षा भी एजेंडा का हिस्सा हैं। हाल के वर्षों में भारत ने रूस के साथ हाई-टेक डिफेंस प्रोजेक्ट्स में दिलचस्पी दिखाई है, जिसमें ज्वाइंट डेवलपमेंट और प्रोडक्शन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
Putin India Visit: भुगतान प्रणालियों, कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स को सरल बनाने पर जोर
व्यापार और निवेश भी चर्चा का बड़ा बिंदु है। भारत-रूस व्यापार पिछले कुछ वर्षों में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है, खासकर ऊर्जा और खाद्य क्षेत्र में। अब दोनों देश भुगतान प्रणालियों, कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स को सरल बनाने पर जोर दे रहे हैं। इसके लिए ‘ईस्टर्न कॉरिडोर’ और ‘नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर’ पर भी बातचीत होने की संभावना है।
दोनों नेताओं की इस मुलाकात के बाद संयुक्त बयान जारी किया जाएगा, जिसमें वैश्विक शांति, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई, बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था और आर्थिक सहयोग से जुड़े प्रमुख बिंदु शामिल होने की उम्मीद है।
हैदराबाद हाउस में जारी यह वार्ता न केवल भारत-रूस संबंधों को नई दिशा दे सकती है, बल्कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में संतुलन की नई रचना के तौर पर भी देखी जा रही है। पीएम मोदी द्वारा कही गई यह बात कि दुनिया जल्द ही चिंताओं से मुक्त होगी, अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भारत की बढ़ती भूमिका और आत्मविश्वास को भी दर्शाती है।
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