CG Crime News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के नारायणपुर गांव स्थित हंस वाहिनी विद्या मंदिर प्राइवेट स्कूल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। कक्षा नर्सरी के मात्र 4 साल के बच्चे को होमवर्क पूरा नहीं करने की “सजा” में दो महिला शिक्षिकाओं ने उसके कपड़े उतरवाए और शर्ट में रस्सी बांधकर स्कूल परिसर के पेड़ से लटका दिया। पूरी वारदात पड़ोस की छत पर खड़े एक युवक ने मोबाइल में कैद कर ली और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। 38 सेकंड का यह वीडियो देखते ही देखते पूरे प्रदेश में फैल गया और लोगों में भयंकर आक्रोश फैल गया।
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CG Crime News: वीडियो में क्या दिख रहा है?
वीडियो में साफ दिख रहा है कि शिक्षिकाएं काजल साहू और अनुराधा देवांगन बच्चे को डांटते हुए उसके कपड़े उतार रही हैं। बच्चा रोते-चीखते हुए मना करता दिख रहा है, लेकिन शिक्षिकाएं नहीं मानतीं। इसके बाद वे उसकी शर्ट में रस्सी डालकर पेड़ की डाल पर लटका देती हैं। बच्चा पैर हवा में लटकाता और रोता रहता है। पास में अन्य बच्चे डरे-सहमे खड़े हैं। वीडियो में शिक्षिकाओं की आवाज भी आ रही है कि “होमवर्क नहीं किया तो यही सजा मिलेगी।”
CG Crime News: शिक्षा विभाग ने तुरंत एक्शन लिया
वीडियो वायरल होते ही जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) सूरजपुर आर.के. सिन्हा ने तत्काल संज्ञान लिया। बीईओ और बीआरसीसी की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में दोनों शिक्षिकाओं का कृत्य पूरी तरह अमानवीय और गैर-कानूनी पाया गया। DEO ने बताया, “हमने तथ्यों की पुष्टि कर ली है। रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई प्रस्तावित है, जिसमें निलंबन से लेकर एफआईआर तक की सिफारिश की गई है।”
CG Crime News: स्कूल संचालिका ने मांगी माफी, शिक्षिकाओं ने माना गुनाह
स्कूल की संचालिका रश्मि सिंह ने मीडिया के सामने हाथ जोड़कर माफी मांगी। उन्होंने कहा, “हमारे स्कूल में ऐसा पहली बार हुआ है। यह बहुत गलत हुआ। हम बच्चे और अभिभावकों से दिल से माफी मांगते हैं। दोषी शिक्षिकाओं को तुरंत हटा दिया गया है।” वहीं आरोपी शिक्षिका काजल साहू ने रोते हुए कहा, “मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। गुस्से में मैंने ऐसा कर दिया। मैं बच्चे और उसके परिवार से माफी मांगती हूं।” दूसरी शिक्षिका अनुराधा देवांगन ने भी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी।
CG Crime News: कानूनी कार्रवाई तय, बाल अधिकार आयोग भी हरकत में
जिला प्रशासन ने मामला गंभीर मानते हुए थाना रामानुजगंज में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। प्रथम दृष्टया धारा 323, 324, 506 और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धाराएं लगाई जा सकती हैं। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. तेजिंदर कौर चावला ने स्वतः संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा, “यह बच्चे के साथ क्रूरता का जघन्य मामला है। हम 48 घंटे में पूरी रिपोर्ट मांग रहे हैं और दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।”
राजनीतिक पार्टियों ने भी की निंदा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने ट्वीट कर कहा, “4 साल के मासूम के साथ यह अमानवीय व्यवहार स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार तुरंत शिक्षिकाओं को गिरफ्तार करे।” वहीं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा, “प्राइवेट स्कूलों में मनमानी बंद होनी चाहिए। बच्चे के साथ ऐसा करना घोर अपराध है। सरकार सख्त कार्रवाई करे।”
अभिभावकों में दहशत, स्कूल के बाहर प्रदर्शन
घटना के बाद गांव के सैकड़ों अभिभावक स्कूल के सामने जमा हो गए और जमकर नारेबाजी की। बच्चे के पिता ने बताया, “मेरा बेटा घर आकर डर के मारे रात भर रोता रहा। उसने स्कूल जाने से ही मना कर दिया।” कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल से तुरंत निकाल लिया। स्थानीय सरपंच ने भी स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की है।
शिक्षा विभाग की नई गाइडलाइन जल्द
DEO सिन्हा ने बताया कि प्रदेश भर के प्राइवेट स्कूलों को जल्द ही नई गाइडलाइन जारी की जाएगी, जिसमें शारीरिक-मानसिक सजा पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। हर स्कूल में CCTV और शिकायत बॉक्स अनिवार्य किया जाएगा।
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