Train Accident: बिहार के बेगूसराय जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। एक ही परिवार के चार सदस्यों की एक एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। मृतक रघुनाथपुर गांव में आयोजित काली मेला घूमने के बाद अपने गांव रहुआ लौट रहे थे। यह घटना बरौनी-कटिहार रेलखंड पर साहेबपुर कमाल और उमेश नगर रेलवे स्टेशन के बीच हुई, जहां आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन ने उन्हें कुचल दिया। छठ महोत्सव की तैयारियों के बीच यह हादसा पूरे इलाके में सनसनी फैला दिया है। स्थानीय लोग सदमे में हैं और परिवार पर दुश्काल टूट पड़ा है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
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Train Accident: मेले से लौटते वक्त ट्रैक क्रॉसिंग में लापरवाही
घटना गुरुवार की शाम की बताई जा रही है, जब रहुआ गांव के निवासी धर्मदेव महतो अपने परिवार के साथ रघुनाथपुर गांव के प्रसिद्ध काली मेला में पहुंचे थे। काली माता के दर्शन और मेला का आनंद लेने के बाद वे पैदल ही घर लौट रहे थे। रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान खगड़िया की ओर जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन की तेज रफ्तार ने उन्हें देखते ही कुचल दिया। चारों सदस्यों को बचाने की कोई गुंजाइश नहीं बची और वे मौके पर ही दम तोड़ दिए। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ट्रैक पर फुट ओवर ब्रिज या गेट की कमी ने इस हादसे को और घातक बना दिया। ग्रामीण इलाकों में ऐसी लापरवाही से अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन इस बार पूरा परिवार उजड़ गया।
Train Accident: एक ही परिवार के चार लोगों की मौत
हादसे का शिकार एक ही परिवार के चार सदस्य बने, जो छठ पर्व की खुशियों के बीच मातम में बदल गया। मृतकों में शामिल हैं:
- धर्मदेव महतो (40 वर्ष): परिवार का मुखिया, जो लंबे समय से राज्य के अन्य हिस्सों में मजदूरी कर रहा था। छठ महोत्सव के लिए कुछ दिनों पहले ही गांव लौटा था। परिवार से मिलने का बहुप्रतीक्षित मौका हाथ से निकल गया।
- रीता देवी (40 वर्ष): धर्मदेव की पत्नी, जो घर-गृहस्थी संभालती थीं। वे परिवार की धुरी थीं।
- रोशनी कुमारी (17 वर्ष): किशोरी बेटी, जो पढ़ाई के साथ-साथ घर के कामों में हाथ बंटाती थी। उसका भविष्य उज्ज्वल था।
- आरोही कुमारी (10 वर्ष): सबसे छोटी बेटी, स्कूल जाने वाली मासूम बच्ची। उसकी मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया।
ये सभी रहुआ गांव के निवासी थे, जहां हादसे की खबर फैलते ही मातम का सैलाब उमड़ पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। धर्मदेव के भाई ने बताया, भैया छठ के लिए लौटे थे, कल्पना भी न थी कि ऐसा हो जाएगा। बच्चियां इतनी मासूम थीं। गांव में शोक सभा का आयोजन किया गया है।
Train Accident: पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही साहेबपुर कमाल थाना पुलिस और रेलवे पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी जमा हो गए। पुलिस ने शवों को घटनास्थल से हटाकर बेगूसराय सदर अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया। प्रारंभिक जांच में ट्रेन की रफ्तार और ट्रैक क्रॉसिंग की लापरवाही को मुख्य कारण बताया जा रहा है। साहेबपुर कमाल थाने के सब इंस्पेक्टर ने बताया, रघुनाथपुर गांव में काली मेला देखकर लौटते समय चार लोग आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे चारों की मौके पर मौत हो गई। आगे की जांच की जा रही है। रेलवे अधिकारियों ने भी जांच शुरू कर दी है, जिसमें ट्रेन के सिग्नलिंग सिस्टम और आसपास की सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल होगी। फिलहाल, ट्रेन का संचालन सामान्य है, लेकिन घटनास्थल पर सतर्कता बरती जा रही है।
Train Accident: छठ की खुशियां मातम में बदलीं
रहुआ गांव में हादसे के बाद सन्नाटा पसर गया है। मृतकों का घर कोहराम से गूंज रहा है। पड़ोसी गांवों से लोग सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। छठ पूजा की तैयारियां रुक सी गई हैं, क्योंकि परिवार का कोई पुरुष सदस्य बचा ही नहीं। स्थानीय पंचायत ने आर्थिक सहायता के लिए प्रस्ताव पारित किया है। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे समाज के लिए सबक है कि त्योहारों की चमक के बीच सुरक्षा को नजरअंदाज न करें।
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