Firecracker Explosion: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव में एक मकान में जोरदार धमाके के साथ छत ढह गई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक पिता और उसके तीन मासूम बच्चे शामिल हैं। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि आवाज एक किलोमीटर दूर तक गूंजी और मलबा 500 मीटर दूर तक बिखर गया। प्रारंभिक जांच में अवैध पटाखों के विस्फोट को मुख्य कारण बताया जा रहा है। बचाव दल ने रातभर मलबा हटाया, लेकिन कई लोगों के दबे होने की आशंका बनी हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत और कड़ी जांच के निर्देश दिए हैं। यह हादसा अयोध्या के ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करता है, जहां अवैध गतिविधियां आम हैं।
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Firecracker Explosion: हादसे की जानकारी
घटना गुरुवार शाम करीब 7:15 बजे पगला भारी गांव में घटी। गांव के बाहर खेत में बने मकान में अचानक धमाका हुआ, जिसकी गूंज राम मंदिर से करीब 25 किमी दूर तक सुनाई दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाके के साथ ही मकान की छत भरभराकर गिर पड़ी, और आसपास के घरों की खिड़कियां तक कांप उठीं। मलबा इतना भारी था कि JCB मशीनों से हटाने में घंटों लग गए। मरने वालों में पप्पू गुप्ता उर्फ रामकुमार (पिता), उनके तीन बच्चे (उम्र 5 से 12 वर्ष) और एक अन्य परिवारजन शामिल हैं। दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया कि मकान के आसपास कोई पड़ोसी न होने से सूचना देरी से मिली, जिससे बचाव कार्य में बाधा आई। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से पटाखों के अवशेष, फटा हुआ प्रेशर कुकर और गैस सिलेंडर के टुकड़े बरामद किए हैं।
Firecracker Explosion: अवैध पटाखा निर्माण मुख्य संदिग्ध
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव ग्रोवर ने बताया, पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव में सूचना मिली कि एक मकान में विस्फोट हुआ, जिससे छत गिर गई। राहत टीम ने मलबा हटाया और पांच शव बरामद किए। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मकान में अवैध रूप से पटाखे बनाए और स्टोर किए जा रहे थे। ग्रोवर ने खुलासा किया कि मकान मालिक पप्पू गुप्ता पटाखा निर्माण का अवैध धंधा चला रहा था। यह गांव में दूसरा ऐसा हादसा है—पिछले साल भी इसी गांव में पटाखा धमाके से तीन लोगों की मौत हुई थी। फॉरेंसिक रिपोर्ट में बर्तनों के क्षतिग्रस्त टुकड़े और आसपास के खेतों में बिखरी फसलें मिलीं। जिलाधिकारी (डीएम) निखिल टी ने कहा, कारण गैस लीक या कुकर ब्लास्ट भी हो सकता है, लेकिन पटाखों की मौजूदगी प्रमुख लग रही है। कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली, लेकिन गहन जांच जारी है। प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया है और सबूत संग्रह कर रहा है।
Firecracker Explosion: JCB और फायर ब्रिगेड की मदद से मलबा हटाया
सूचना मिलते ही एसएसपी गौरव ग्रोवर, डीएम निखिल टी और बचाव दल मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। JCB मशीनों से मलबा हटाया गया, और डॉग स्क्वायड की मदद से दबे लोगों की तलाश की गई। ग्रोवर ने कहा, परिवार के अन्य सदस्यों की जानकारी जुटाई जा रही है। मकान अलग-थलग होने से राहत में देरी हुई। अस्पताल ने पांच मौतों की पुष्टि की, जबकि घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया। सीएम योगी ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा तथा घायलों के इलाज का खर्च वहन करने का ऐलान किया।
अधिकारियों के बयान: सख्त कार्रवाई का वादा
एसएसपी गौरव ग्रोवर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, यह दुखद घटना है। जांच पूरी होने पर पूरी जानकारी सार्वजनिक करेंगे। अवैध धंधों पर शिकंजा कसेंगे। डीएम निखिल टी ने जोर देकर कहा, प्रशासन सतर्क है। इलाके में भय का माहौल है, लेकिन हम सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय से बयान आया, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल राहत और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। स्थानीय विधायक ने गांववालों से अपील की कि अवैध गतिविधियों की सूचना दें।
इलाके में डर और अफरा-तफरी का माहौल
पगला भारी गांव में हादसे ने सन्नाटा पसर गया है। ग्रामीणों ने बताया, धमाका इतना तेज था कि लगा भूकंप आ गया। पटाखा धंधा यहां आम है, लेकिन अब डर लग रहा। आसपास के खेतों में फसलें बर्बाद हो गईं, और कई घरों में दरारें पड़ गईं। विशेषज्ञों का कहना है कि अवैध पटाखा निर्माण दिवाली से पहले बढ़ जाता है, जो जानलेवा साबित हो रहा है। गांव में जागरूकता अभियान चलाने की मांग उठी है।
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