Vande Bharat Express: राजस्थान के जोधपुर से देश की राजधानी दिल्ली तक की यात्रा को और सुगम बनाने के लिए गुरुवार को वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोधपुर-दिल्ली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही, बीकानेर-दिल्ली वंदे भारत और उदयपुर-चंडीगढ़ नई एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई गई। इन तीन नई ट्रेनों के शुरू होने से राजस्थान के लोगों का वर्षों पुराना सपना साकार हुआ है।
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Vande Bharat Express: जोधपुर वासियों की मांग पूरी
जोधपुर के स्थानीय निवासियों की लंबे समय से मांग थी कि उनके शहर को दिल्ली से जोड़ने वाली एक हाई-स्पीड ट्रेन शुरू की जाए। इस मांग को पूरा करते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ जोधपुर के लिए गर्व का क्षण है। यह ट्रेन न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं के साथ आरामदायक सफर का अनुभव भी देगी। जोधपुर-दिल्ली वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा।
Vande Bharat Express: रेलवे का आधुनिकीकरण: नया स्वरूप
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे ने अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने बताया कि 2014 से पहले रेलवे का बजट केवल 700 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया है। इस बजट से रेलवे स्टेशनों के रीडेवलपमेंट का काम तेजी से चल रहा है। जयपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण पूरा हो चुका है, और अब जोधपुर रेलवे स्टेशन का काम प्रगति पर है। देशभर में रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण से रेलवे का नया स्वरूप सामने आ रहा है, जो यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा।
Vande Bharat Express: वंदे भारत: देश को जोड़ने की कड़ी
वंदे भारत ट्रेनें भारत की रेल कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं। रेल मंत्री ने बताया कि हाल ही में मुंबई, पुणे, चेन्नई और हैदराबाद के लिए डायरेक्ट ट्रेनें शुरू की गई हैं। अब जोधपुर और बीकानेर से दिल्ली के लिए वंदे भारत ट्रेनें शुरू होने से राजस्थान की कनेक्टिविटी और मजबूत हुई है। वर्तमान में देशभर में 152 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं, और उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। ये ट्रेनें न केवल तेज गति से यात्रा प्रदान करती हैं, बल्कि आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस हैं।
कुल्हड़ में चाय: परंपरा और आधुनिकता का संगम
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर एक अनूठी घोषणा की। उन्होंने बताया कि अब रेलवे स्टेशनों पर चाय के लिए कुल्हड़ का उपयोग किया जाएगा। राजस्थान के पाली में लघु उद्योग भारती समाज द्वारा नई तकनीक और मशीनों से तैयार किए गए विशेष कुल्हड़ का प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। वैष्णव ने पाली में कुल्हड़ बनाने वाली महिलाओं से मुलाकात की और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि स्थानीय कारीगरों और लघु उद्योगों को बढ़ावा देगी।
राजस्थान के लिए नया युग
जोधपुर-दिल्ली और बीकानेर-दिल्ली वंदे भारत ट्रेनों के साथ-साथ उदयपुर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस का शुभारंभ राजस्थान के लिए रेल कनेक्टिविटी में एक नया अध्याय जोड़ता है। ये ट्रेनें न केवल यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर प्रदान करेंगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति देंगी। रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ का उपयोग पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय कला को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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