Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा एवं विधायी मंत्री गजेंद्र यादव ने बालोद जिले के कर्रेझर क्षेत्र में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला के नए भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रार्थना सभा डोम और साइकिल स्टैंड शेड निर्माण की घोषणा भी की। मंत्री के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इसके अलावा, कर्रेझर में ही महतारी सदन के वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में शिरकत करते हुए उन्होंने महिला स्वसहायता समूहों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। प्रदेशभर में 51 महतारी सदनों का एक साथ उद्घाटन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा धमतरी से वर्चुअली किया गया।
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Chhattisgarh: बालोद में स्कूल भवन का लोकार्पण: शिक्षा को गुणवत्ता की नई ऊंचाई
बालोद जिले के कर्रेझर में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री यादव ने नए उच्चतर माध्यमिक शाला भवन का उद्घाटन किया, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है। उन्होंने कहा, यह भवन न केवल शिक्षा का केंद्र बनेगा, बल्कि छात्रों के सर्वांगीण विकास का माध्यम भी होगा। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक, जिला पंचायत सदस्य और शिक्षा अधिकारियों की उपस्थिति रही। मंत्री ने घोषणा की कि शाला में प्रार्थना सभा के लिए डोम और छात्र-छात्राओं के लिए साइकिल स्टैंड शेड का निर्माण शीघ्र शुरू होगा। यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।बालोद जिला, जो आदिवासी बहुल क्षेत्र है, में शिक्षा की पहुंच बढ़ाने के लिए यह भवन मील का पत्थर साबित होगा। मंत्री ने छात्रों से संवाद किया और कहा, शिक्षा ही सशक्तिकरण का आधार है। हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्थानीय निवासियों ने इस पहल का स्वागत किया, जो क्षेत्र के 500 से अधिक छात्रों को लाभ पहुंचाएगी।
Chhattisgarh: महतारी सदन का वर्चुअल लोकार्पण
कार्यक्रम के दौरान मंत्री यादव ने कर्रेझर के महतारी सदन के वर्चुअल लोकार्पण में भाग लिया। उन्होंने कहा, महतारी सदन महिला स्वसहायता समूहों को मजबूत करने के लिए समर्पित हैं। ये केंद्र माताओं-बहनों को प्रशिक्षण, बाजार संपर्क और वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे। प्रदेश के 46 स्थानों पर एक साथ हो रहे इस लोकार्पण को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय धमतरी के करेली बड़ी गांव से वर्चुअली संचालित कर रहे थे।
Chhattisgarh: महिलाओं को आत्मनिर्भरता का नया केंद्र
महतारी सदन योजना, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित है, ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने का मॉडल है। पहले चरण में 202 सदनों के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिनमें से 51 का उद्घाटन मंगलवार को हुआ। प्रत्येक सदन में प्रशिक्षण कक्ष, कार्यशाला और डिजिटल सुविधाएं होंगी। मंत्री ने कहा, यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस ऐतिहासिक लोकार्पण का हिस्सा बनने का अवसर मिला। महिलाओं की भागीदारी से ही राज्य का विकास संभव है।
कांग्रेस की नीतियों पर सवाल: बेसिक शिक्षा को मजबूत बनाने की पहल
मीडिया से बातचीत में मंत्री यादव ने पिछली कांग्रेस सरकार की शिक्षा नीति पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, कांग्रेस शासन में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई थी। स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी थी, और गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। वर्तमान भाजपा सरकार बेसिक शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए पहली से आठवीं कक्षा तक परीक्षा अनिवार्य करने जा रही है। गुजरात मॉडल की तर्ज पर सभी स्कूलों को ऑनलाइन सैटेलाइट से जोड़ा जाएगा, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।मंत्री ने हाल ही में गुजरात दौरे का जिक्र किया, जहां उन्होंने भास्कराचार्य अंतरिक्ष अनुप्रयोग संस्थान (BISAG) का दौरा किया था। उन्होंने कहा, आधुनिक तकनीक से सशक्त शिक्षा व्यवस्था हमारा लक्ष्य है। सभी जिलों में मॉडल स्कूल खुलेंगे, और शिक्षकों की सेवा पुस्तिकाएं नवंबर तक अपडेट होंगी। यह पहल राज्य के 13,000 से अधिक स्कूलों को कवर करेगी।
सांसद भोजराज नाग का संदेश: महिलाओं की सहभागिता से विश्वगुरु भारत
कार्यक्रम में बतौर अतिथि शामिल सांसद भोजराज नाग ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को विश्वगुरु बनाने के संकल्प में महिलाओं की भूमिका अहम है। महतारी सदन जैसे केंद्र स्वसहायता समूहों को मजबूत करेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में महिलाएं सक्रिय हैं, जो आर्थिक सशक्तिकरण का प्रतीक है। सांसद ने महतारी वंदना योजना का उल्लेख किया, जिसके तहत विवाहित महिलाओं को मासिक सहायता दी जा रही है।
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