Transfer: राजस्थान शिक्षा विभाग ने 4,527 स्कूल प्रिंसिपलों की ट्रांसफर लिस्ट जारी कर शिक्षा क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा प्रशासनिक फेरबदल कर दिया है। कई महीनों से प्रतीक्षित इस आदेश को नवरात्रि के पहले दिन जारी किया गया, जिससे हजारों प्रिंसिपलों और उनके परिवारों को नई पोस्टिंग की स्पष्टता मिली। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार सुबह नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं, जबकि अधिकारियों ने इसे स्कूल प्रशासन को मजबूत बनाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का कदम बताया।
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Transfer: प्रिंसिपलों को मिली लंबी प्रतीक्षा का अंत
शारदीय नवरात्रि के प्रारंभ होते ही शिक्षा विभाग ने यह बड़ा फैसला लिया, जो प्रिंसिपलों के लिए शुभ संदेश के रूप में देखा जा रहा है। विभाग के अनुसार, यह ट्रांसफर लिस्ट राज्य के सभी जिलों के सरकारी सीनियर सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्रिंसिपलों को शामिल करती है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा जैसे प्रमुख जिलों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के स्कूल प्रभावित हुए हैं। एक प्रिंसिपल ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, कई महीनों की अनिश्चितता के बाद यह खबर नवरात्रि की पहली आरती की तरह लगी। अब परिवार के साथ नई जगह बसने की योजना बना सकेंगे।
Transfer: नवरात्रि के शुभ मुहूर्त पर जारी लिस्ट
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह फेरबदल सेवा रिकॉर्ड, कार्यकाल और प्रशासनिक आवश्यकताओं की समीक्षा के आधार पर किया गया। उद्देश्य अनुभवी प्रिंसिपलों को उन स्कूलों में तैनात करना है, जहां प्रबंधन संबंधी चुनौतियां हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पोस्टिंग का संतुलन बनाना भी प्राथमिकता रही। विभाग का मानना है कि इससे न केवल स्थिरता टूटेगी, बल्कि सिस्टम में नई ऊर्जा का संचार होगा।
Transfer: शिक्षा मंत्री की शुभकामनाएं
सोमवार सुबह शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोशल मीडिया पर नवरात्रि की बधाई संदेश जारी किया। उन्होंने लिखा, मां दुर्गा की कृपा से यह नवरात्रि सभी के लिए सुख-समृद्धि लाए। शिक्षा के क्षेत्र में भी नई ऊर्जा का संचार हो। हालांकि, ट्रांसफर लिस्ट पर उन्होंने सीधे टिप्पणी नहीं की, लेकिन विभागीय स्रोतों के अनुसार यह फैसला मंत्री की देखरेख में लिया गया। विपक्ष ने इसे चुनावी वर्ष में राजनीतिक रंग देने की कोशिश बताया, लेकिन सरकार ने इसे शुद्ध प्रशासनिक कदम करार दिया।
ग्रामीण-शहरी संतुलन और गुणवत्ता शिक्षा: फेरबदल के पीछे की रणनीति
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह ट्रांसफर लिस्ट राज्य सरकार की शिक्षा सुधार योजनाओं का हिस्सा है। वर्तमान में सरकार स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने, रिक्त पदों को भरने और लर्निंग आउटकम्स सुधारने पर जोर दे रही है। नए नेतृत्व से हजारों स्कूलों में प्रगति तेज होगी। विशेष रूप से, जहां स्कूलों में ड्रॉपआउट रेट ऊंचा है या प्रबंधन कमजोर, वहां अनुभवी प्रिंसिपलों को भेजा गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, यह लंबे समय से लंबित मांगों को पूरा करने का प्रयास है। ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी प्रिंसिपलों की तैनाती से संतुलन बनेगा।
विभाग ने यह भी बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी ट्रांसफर लिस्ट है, लेकिन आने वाले हफ्तों में जिला स्तर की कुछ समायोजन हो सकती हैं। प्रिंसिपलों ने राहत की सांस ली है, लेकिन कुछ ने चिंता जताई कि अचानक फेरबदल से कक्षा शिक्षण प्रभावित न हो। एक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि ने कहा, रिलीविंग और जॉइनिंग प्रक्रिया सुगम होनी चाहिए, ताकि छात्रों का नुकसान न हो।
शाला दर्पण पोर्टल से तत्काल राहत/जॉइनिंग: डायरेक्टर का निर्देश
प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीता राम जाट, आईएएस ने आदेश जारी कर कहा, उक्त अधिकारी तत्काल शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से राहत/जॉइनिंग करें और कार्यालय को सूचित करें। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म ट्रांसफर प्रक्रिया को पारदर्शी और तेज बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रिंसिपलों को निर्देश है कि वे 48 घंटों के अंदर नई पोस्टिंग पर रिपोर्ट करें। विभाग ने अपील की है कि प्रक्रिया में कोई ढिलाई न बरती जाए, ताकि शिक्षा का चक्र निर्बाध रहे।
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