Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बाद शामली जिले में वाहनों पर जाति-सूचक नाम लिखने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब किसी भी वाहन पर जाट, ब्राह्मण, गुर्जर, प्रजापति, ठाकुर या अन्य किसी जातीय पहचान को दर्शाने वाले नाम, स्टिकर या स्लोगन लिखना गैरकानूनी होगा। इस आदेश के तहत पुलिस प्रशासन ने सख्ती से नियम लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है, और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
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Yogi Adityanath का निर्देश: सामाजिक सौहार्द के लिए कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आदेश के पीछे सामाजिक समरसता और एकता को बढ़ावा देने का उद्देश्य बताया है। उनका मानना है कि वाहनों पर जातीय नाम लिखने की प्रथा समाज में भेदभाव, तनाव और नफरत को बढ़ावा देती है। कई बार ऐसी पहचान के कारण आपसी विवाद, झगड़े और सामाजिक तनाव की घटनाएं सामने आई हैं। योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी वाहनों पर केवल निर्धारित नंबर प्लेट ही होनी चाहिए। किसी भी तरह का जातीय नाम, स्लोगन या स्टिकर लिखना मोटर वाहन अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध माना जाएगा। इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान के साथ-साथ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
Yogi Adityanath: पुलिस प्रशासन का अलर्ट मोड: सघन जांच शुरू
शामली जिले के पुलिस प्रशासन ने इस आदेश को लागू करने के लिए कमर कस ली है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र प्रताप ने बताया कि वायरलेस के माध्यम से जिले के सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि सड़कों पर चलने वाले वाहनों की सघन जांच की जाए। ट्रैफिक पुलिस को विशेष रूप से सतर्क किया गया है, और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए टीमें गठित की गई हैं। एसपी ने कहा, वाहनों पर केवल नंबर प्लेट ही मान्य होगी। जातीय पहचान दर्शाने वाला कोई भी लेखन, स्टिकर या स्लोगन गैरकानूनी है। नियमों में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Yogi Adityanath: जनता से सहयोग की अपील
एसपी नरेंद्र प्रताप ने शामली के नागरिकों से अपील की है कि वे इस नियम का पालन करें और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने में सहयोग करें। उन्होंने कहा, यह आदेश समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए लागू किया गया है। गाड़ियों पर जातीय नाम लिखने से सामाजिक तनाव बढ़ता है और कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान और अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें वाहन जब्ती तक शामिल हो सकती है।
वाहन मालिकों में हड़कंप, कई ने शुरू की सफाई
पुलिस की इस सख्ती के बाद जिले के वाहन मालिकों में हड़कंप मच गया है। कई लोग अपनी गाड़ियों पर लिखे जातीय नाम, स्टिकर और स्लोगन हटाने में जुट गए हैं। स्थानीय निवासी रमेश कुमार ने बताया, हम नहीं चाहते कि कोई विवाद हो। इसलिए हमने अपनी गाड़ी से जाति-सूचक स्टिकर तुरंत हटा दिया। वहीं, एक अन्य वाहन चालक ने कहा कि यह नियम सामाजिक एकता के लिए अच्छा है, लेकिन पुलिस को इसे लागू करने में निष्पक्षता बरतनी चाहिए।
आने वाले दिनों में चेकिंग अभियान
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में जिले भर में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। पुलिस की टीमें सड़कों, चौराहों और हाईवे पर वाहनों की जांच करेंगी। ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ स्थानीय थानों की टीमें भी इस अभियान में शामिल होंगी। प्रशासन का लक्ष्य न केवल नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करना है, बल्कि लोगों में जागरूकता फैलाना भी है, ताकि समाज में जातीय भेदभाव को कम किया जा सके।
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