Gang Rape: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 10वीं की टॉपर रही छात्रा के साथ गैंगरेप की आशंका जताई गई है। सेमरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली छात्रा 30 जुलाई की सुबह रोजाना की तरह कोचिंग के लिए घर से निकली थी, लेकिन कोचिंग से निकलते ही तीन युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया और एक कमरे में कैद कर आठ दिनों तक उसके साथ दरिंदगी की।
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Gang Rape: नशीला पदार्थ सुंघाकर किया बेहोश
परिजनों का कहना है कि छात्रा को बार-बार बेहोश किया जाता था, ताकि वह भाग न सके। जब भी उसे होश आता, आरोपी फिर से नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर देते। आठ दिन बाद बीती रात आरोपी छात्रा को उसके घर के पास फेंककर फरार हो गए।
Gang Rape: गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
छात्रा को गंभीर स्थिति में देख परिजन तुरंत रीवा के शासकीय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां उसे गायनी वार्ड में भर्ती किया गया। डॉ. राहुल मिश्र ने बताया कि छात्रा की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन उसके शरीर पर चोट के निशान हैं। मेडिकल लीगल केस (एमएलसी) रिपोर्ट आना बाकी है, जो मामले की पुष्टि में अहम भूमिका निभाएगी।
Gang Rape: परिजनों का आरोप, पहले भी परेशान करता था युवक
परिजनों ने बताया कि दो साल पहले यह छात्रा 10वीं में मध्य प्रदेश टॉपर रही थी और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के हाथों सम्मानित भी हो चुकी है। होनहार होने के कारण वह लगातार पढ़ाई में ध्यान देती थी, लेकिन गांव का एक युवक उसे आए दिन परेशान करता था। इस शिकायत की जानकारी युवक के परिवार को भी दी गई थी, बावजूद इसके उत्पीड़न बंद नहीं हुआ।
पुलिस का अलग दावा
पुलिस ने मामले में अलग ही दावा किया है। एएसपी आरती सिंह ने बताया कि पीड़िता और जिस युवक पर आरोप लगाए गए हैं, दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई गई थी। पुलिस का कहना है कि दोनों के बीच पहले से जान-पहचान थी। फिलहाल पीड़िता के बयान महिला अधिकारी के सामने दर्ज कराए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है। एएसपी का कहना है कि यह स्पष्ट होने में समय लगेगा कि मामला रेप का है या गैंगरेप का।
SDOP ने दी जानकारी
एसडीओपी उमेश प्रजापति ने बताया कि छात्रा के बयान महिला अधिकारी ने रिकॉर्ड किए हैं। उसके द्वारा बताए गए घटनाक्रम के आधार पर अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि हर पहलू से जांच की जा रही है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
प्रदेश में चर्चा का विषय
छात्रा की शैक्षणिक उपलब्धियों और उसके साथ हुए कथित अपराध ने इस घटना को प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना दिया है। लोग सोशल मीडिया पर पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, पुलिस पर आरोप है कि वह मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और बयानबाजी में विरोधाभास है।
फिलहाल पुलिस एमएलसी रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच का इंतजार कर रही है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। परिजन चाहते हैं कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। रीवा का यह मामला केवल एक छात्रा के साथ हुए अपराध का नहीं, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा करता है।
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