Illegal Mining: राजस्थान सरकार ने अवैध खनन के खिलाफ अपने जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूती से लागू करते हुए राज्य भर में सख्त कार्रवाई की है। 2 अप्रैल से 8 अप्रैल 2025 के बीच खनन विभाग और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीमें राज्य के विभिन्न जिलों में सक्रिय रहीं और कुल 314 कार्रवाइयां की गईं। इस दौरान 43 एफआईआर दर्ज की गईं और 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो अवैध खनन और खनिजों के परिवहन में लिप्त पाए गए।
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Illegal Mining: बड़ी मात्रा में खनिज और मशीनरी जब्त
इन कार्रवाइयों में 152 वाहन और मशीनरी जब्त की गईं और 24,461 टन से अधिक खनिज जब्त किए गए, जिनकी कानूनी अनुमति नहीं थी। इसके अलावा विभाग ने भारी भरकम जुर्माना और नकद राशि भी जब्त की है, जिससे यह साफ होता है कि सरकार अवैध खनन को लेकर किसी भी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है।
Illegal Mining: अभियान की निगरानी उच्चस्तरीय अधिकारियों द्वारा
खनन विभाग के प्रमुख सचिव टी. रविकांत ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य सरकार की अवैध खनन के विरुद्ध कठोर नीति के अंतर्गत की गई है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को प्रभावी रूप से चलाने के लिए मुख्यालय स्तर पर अतिरिक्त निदेशक सतर्कता पी.आर. आमेटा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनका कार्य है कि पूरे प्रदेश में इस अभियान को संगठित और निष्पक्ष ढंग से संचालित किया जाए।
Illegal Mining: ब्यावर से लेकर जयपुर तक सक्रियता
राज्य के कई जिलों में की गई कार्रवाइयों में निम्नलिखित उपलब्धियां प्रमुख रहीं:
- ब्यावर में खनन अभियंता जगदीश मेहरावत के नेतृत्व में 9 ऑपरेशनों के दौरान 7,513 टन खनिज जब्त किए गए और 92.16 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया।
- उदयपुर में एमई आसिफ अंसारी की टीम ने 30 कार्रवाइयां कीं, जबकि अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर की टीम ने 66 कार्रवाइयों में 1,729.99 टन खनिज जब्त किए, 10 एफआईआर दर्ज कीं और 8 लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही 18 वाहन जब्त किए गए।
- भीलवाड़ा, बिजौलिया, चित्तौड़ और निम्बाहेड़ा में अधिकारियों ने मिलकर 39 कार्रवाइयों में 938 टन खनिज जब्त किए, 30.53 लाख रुपए का जुर्माना और 34.35 लाख रुपए की राशि जब्त की गई।
- कोटा में वरिष्ठ अधिकारी अविनाश कुलदीप के नेतृत्व में 30 कार्रवाइयों में 7,343 टन खनिज जब्त किए गए और 1.7 करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया गया। साथ ही 21 लाख रुपए की वसूली भी की गई।
- जयपुर में एनएस शक्ति वाट के नेतृत्व में 24 कार्रवाइयों में 519 टन खनिज, 15.43 लाख रुपए का जुर्माना और 13.50 लाख रुपए की वसूली दर्ज की गई।
- सतर्कता अधिकारी प्रताप मीणा की टीम ने 7 अतिरिक्त कार्रवाइयों में ₹5.75 लाख का जुर्माना वसूला।
- अजमेर में एसएमई जय गुरुबक्षानी के नेतृत्व में 25 कार्रवाइयों के दौरान 8,160 टन खनिज जब्त किए गए।
अन्य जिलों में भी सक्रिय रहीं टीमें
इसके अलावा बीकानेर, भरतपुर और राजसमंद में भी टीमें सक्रिय रहीं और अवैध खनन पर नकेल कसने के लिए त्वरित कार्रवाई की। जयपुर और अलवर की संयुक्त टीम ने भी विशेष ऑपरेशन के तहत अवैध खनन गतिविधियों पर लगाम कसने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सरकार की मंशा स्पष्ट: अवैध खनन बर्दाश्त नहीं
खनन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पिछले सप्ताह की इन व्यापक कार्रवाइयों से यह साफ हो गया है कि राज्य सरकार प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और अवैध खनन पर अंकुश लगाने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान भविष्य में भी लगातार जारी रहेगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। राजस्थान की यह कार्रवाई न सिर्फ राज्य में खनिज संपदा की संरक्षा की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सतत निगरानी और कठोर प्रवर्तन के ज़रिए किसी भी अवैध गतिविधि पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
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