RBI: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कोटक महिंद्रा बैंक पर पिछले नौ महीनों से लगे बैन को हटा दिया है। यह फैसला बैंक द्वारा आरबीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार जरूरी सुधारात्मक कदम उठाने के बाद लिया गया है। बैन हटने के साथ ही बैंक अब फिर से क्रेडिट कार्ड जारी कर सकेगा और अपने डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म 811 के जरिए नए ग्राहकों को जोड़ पाएगा।
कोटक महिंद्रा बैंक के लिए यह राहत की खबर है, क्योंकि अब वह अपने डिजिटल बैंकिंग कारोबार और क्रेडिट कार्ड सेवाओं को फिर से सुचारू रूप से चला पाएगा। आरबीआई का यह फैसला बैंकिंग सेक्टर के लिए भी महत्वपूर्ण संकेत है कि यदि बैंक तकनीकी खामियों को सुधारते हैं और सुरक्षा उपायों को मजबूत करते हैं, तो वे प्रतिबंधों से मुक्त हो सकते हैं।
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क्यों लगाया गया था बैन?
पिछले साल अप्रैल में, RBI ने कोटक महिंद्रा बैंक पर डिजिटल बैंकिंग सेवाओं और क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी थी। यह प्रतिबंध बैंक की तकनीकी गड़बड़ियों और साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी चिंताओं के कारण लगाया गया था। आरबीआई ने कहा था कि बैंक को अपनी डिजिटल सेवाओं को सुधारने और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत है।
बैन के कारण कोटक महिंद्रा बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने और ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने की अनुमति नहीं थी। इस प्रतिबंध का सबसे अधिक प्रभाव बैंक के डिजिटल प्लेटफॉर्म 811 पर पड़ा था, जो नए ग्राहकों को जोड़ने और डिजिटल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए जाना जाता है।
कैसे हटाया गया बैन?
आरबीआई ने कहा कि कोटक महिंद्रा बैंक ने उनके निर्देशों के अनुसार जरूरी सुधारात्मक उपाय किए। इन सुधारों का मूल्यांकन करने के लिए बैंक ने एक बाहरी सलाहकार से आईटी ऑडिट कराया, जिसमें उसकी डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमियों को दूर किया गया।
बैंक ने अपने सिस्टम में कई बड़े सुधार किए, जिसमें:
- आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना
- साइबर सिक्योरिटी उपायों को बढ़ाना
- ग्राहक डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म को अधिक स्थिर और सुरक्षित बनाना
इन सुधारों से संतुष्ट होने के बाद, आरबीआई ने बुधवार को कोटक महिंद्रा बैंक से बैन हटाने की घोषणा कर दी।
बैन हटने के बाद क्या बदलेगा?
अब कोटक महिंद्रा बैंक अपने क्रेडिट कार्ड कारोबार को दोबारा शुरू कर सकता है और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं के जरिए नए ग्राहक जोड़ सकता है। इसके अलावा, बैंक अपने 811 डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से नए ग्राहकों को ऑनबोर्ड करने की प्रक्रिया फिर से शुरू कर सकता है। बैंक ने भी आरबीआई के फैसले का स्वागत किया और कहा कि वह ग्राहकों को सुरक्षित और निर्बाध डिजिटल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पहले भी बैंकों पर लग चुका है बैन
यह पहली बार नहीं है जब आरबीआई ने किसी बैंक पर इस तरह का प्रतिबंध लगाया हो। इससे पहले, मार्च 2022 में एचडीएफसी बैंक पर भी डिजिटल बैंकिंग और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगाई गई थी, जो करीब 15 महीने तक जारी रही थी। आरबीआई के अनुसार, बैंकों को प्रतिबंध लगाने से पहले कई बार चेतावनी दी जाती है, और उन्हें सुधार के लिए समय दिया जाता है। जब बैंक बार-बार दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हैं, तभी कड़े कदम उठाए जाते हैं।
नए गवर्नर का नरम रुख
कोटक महिंद्रा बैंक पर बैन आरबीआई के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल में लगाया गया था। उनके बाद आए आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) में कहा था कि वह रेग्युलेटरी फैसलों को लेकर थोड़ा नरम रुख अपनाएंगे और जरूरत पड़ने पर ही कड़े कदम उठाएंगे।
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