RG Kar Rape Murder Case: सियालदह सिविल और क्रिमिनल कोर्ट ने सोमवार को आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने आरोपी पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दोषी संजय रॉय को उम्र कैद की सजा दिए जाने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने दावा किया कि जांच का जिम्मा कोलकाता पुलिस से जबरन छीन लिया गया है। सीएम ममता ने कहा कि अगर यह जिम्मा उनके पास होता तो दोषी को मौत की सजा दी जाती। कोर्ट का फैसला आने के बाद पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट, डॉक्टरों के संयुक्त मंच और अभय मार्च के प्रदर्शनकारियों की ओर से सियालदह कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया। आरोपी को सजा देने के बाद कोर्ट ने बंगाल सरकार को पीड़िता के परिजनों को 17 लाख मुआवजा देने का निर्देष दिया है।
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आरोपी के खिलाफ लगाई गई ये धारा
शनिवार को सियालदह सिविल और क्रिमिनल कोर्ट ने आरजी कर ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले में संजय रॉय को दोषी करार दिया। कोर्ट ने कहा कि आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 64,66, 103/1 लगाई गई है। कोर्ट ने कहा कि आरोपी के खिलाफ शिकायत है कि वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल गया और सेमिनार रूम में जाकर वहां आराम कर रही महिला डॉक्टर पर हमला किया और उसकी हत्या कर दी।
आरोपी संजय बोला, मुझे झूठा फंसाया गया
मामले की सुनवाई के दौरान, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आरोपी संजय रॉय के लिए मृत्युदंड की मांग की। धारा के दंड को समझाते हुए अदालत ने आरोपी संजय रॉय से कहा कि मैंने आपको पिछले दिन बताया था कि आपके खिलाफ क्या आरोप लगाए गए थे और आपके खिलाफ कौन से आरोप साबित हुए हैं। अपने आरोपों के बारे में पूछे जाने पर आरोपी संजय रॉय ने दावा किया कि उसने कुछ भी नहीं किया है और उसे झूठा फंसाया जा रहा है। मैंने कुछ भी नहीं किया है, न ही बलात्कार और न ही हत्या। आरोपी संजय रॉय ने कहा, मुझे झूठा फंसाया जा रहा है। आपने सब कुछ देखा है। मैं निर्दोष हूं। मैंने आपको पहले ही बताया था कि मुझे प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने मुझसे जो चाहा, उस पर हस्ताक्षर करवाए।
केस हमारे हाथ में होता तो फांसी की सजा होती: CM ममता नाराज
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोषी संजय रॉय को उम्रकैद की सजा दिए जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अगर जांच का जिम्मा कोलकाता पुलिस के पास होता, तो दोषी को मौत की सजा मिलती। ममता बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस से इस मामले की जांच जबरन छीन ली गई, जिससे न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित हुई। मुख्यमंत्री का यह बयान दर्शाता है कि वह मामले में न्याय की कठोरतम सजा की पक्षधर थीं और उन्होंने जांच एजेंसी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उनकी यह प्रतिक्रिया राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है।
पीड़िता के परिवार ने मांगी अधिकतम सजा
हालांकि, पीड़िता के परिवार के वकील ने कहा कि मैं अधिकतम सजा के तौर पर मौत की सजा चाहता हूं। पीड़िता के पिता ने आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई सड़कों और अदालतों में जारी रहेगी। मृतक डॉक्टर के पिता ने कहा कि शनिवार को जज ने कहा कि (आरोपी को) कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। हमें जज पर पूरा भरोसा है। हमारी लड़ाई अदालतों और सड़कों पर जारी रहेगी।
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