Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति को तेज कर दी है। कांग्रेस ने चौथी सूची में पांच और उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस इस बार चुनाव में अपने पुराने जनाधार को पुनः मजबूत करने की कोशिश में है। उम्मीदवारों का चयन क्षेत्रीय समीकरणों और उनके राजनीतिक अनुभव को ध्यान में रखते हुए किया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन उम्मीदवारों का क्षेत्रीय स्तर पर प्रदर्शन कैसा रहता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है. ऐसे में कांग्रेस दो सीटों पर गुरुवार को लिस्ट जारी कर सकती है।
इस सूची के अनुसार:
बवाना – सुरेंद्र कुमार
रोहिणी – सुमेश गुप्ता
करोल बाग – राहुल धाना
तुगलकाबाद – वीरेंद्र बिधूड़ी
बदरपुर – अर्जुन भदाना
5 फरवरी को मतदान, 8 को परिणाम
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा, और मतगणना के बाद 8 फरवरी को नतीजों की घोषणा की जाएगी। चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
आदर्श आचार संहिता
चुनाव तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। सरकारी संसाधनों का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए प्रतिबंधित रहेगा। सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। दिल्ली का चुनावी मैदान राजनीतिक दलों के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। इस बार भी सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।
भ्रष्टाचार में घिर चुके हैं केजरीवाल : अलका लांबा
कालकाजी विधानसभा सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी अलका लांबा ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल भ्रष्टाचार के मामलों में फंस चुके हैं और कांग्रेस उन्हें बचने नहीं देगी। अलका लांबा ने यह बयान शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के सवाल पर दिया। उन्होंने कहा कि यह सभी जानते हैं कि शराब घोटाला हुआ है और यह बहुत बड़ा घोटाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर लगे आरोप गंभीर हैं और कांग्रेस इसे जनता के सामने लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस मुख्यालय भवन में मनमोहन सिंह के नाम पर लाइब्रेरी
कांग्रेस की नेता और कालकाजी विधानसभा सीट से प्रत्याशी अलका लांबा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में नई मांगें और केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। अलका लांबा ने कहा कि सोनिया गांधी ने घोषणा की है कि कांग्रेस के नए मुख्यालय भवन में एक लाइब्रेरी का नाम डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखा जाएगा। यह कदम पूर्व प्रधानमंत्री को समर्पित है और इसका सभी ने समर्थन किया है।
समाधि स्थल की मांग
अलका लांबा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजघाट पर करने और उनकी समाधि बनाने के लिए स्थान मांगने की पहल की थी, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। उन्होंने इसे पूर्व प्रधानमंत्री के प्रति अपमान करार दिया। लांबा ने डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की।
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