Om Prakash Chautala: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला के निधन की खबर से पूरे राजनीतिक जगत में शोक की लहर फैल गई है। 89 वर्षीय चौटाला लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर हरियाणा सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। चौटाला हरियाणा के छह बार मुख्यमंत्री रहे और राज्य की राजनीति में उनका प्रभावशाली योगदान रहा है। वह जननायक देवी लाल के बेटे थे और हरियाणा की राजनीति में एक मजबूत नेता के रूप में जाने जाते थे। इनेलो को मजबूती प्रदान करने और किसानों एवं मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई में उनकी भूमिका हमेशा याद की जाएगी।
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शनिवार को अंतिम संस्कार
ओमप्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को गुरुग्राम में अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। चौटाला के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई नेताओं ने दुख जताया। शनिवार को अंतिम संस्कार में राज्य के वरिष्ठ नेताओं, अधिकारियों और बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के शामिल होने की संभावना है। प्रदेशभर में इनेलो कार्यकर्ता और समर्थक उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए तैयार हैं।
राजकीय शोक की घोषणा
हरियाणा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर तीन दिनों तक सरकारी भवनों और कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस दौरान कोई भी सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। हरियाणा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर आधिकारिक रूप से तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। 20 दिसंबर से 22 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में राजकीय शोक रहेगा। इस दौरान सरकारी भवनों और कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इन तीन दिनों में कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी और सीएम सैनी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। प्रदेश की राजनीति में वे वर्षों तक सक्रिय रहे और चौधरी देवीलाल जी के कार्यों को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गहरा शोक जताया है।
राजनीतिक करियर
ओमप्रकाश चौटाला का राजनीतिक जीवन हरियाणा की राजनीति में एक प्रमुख स्थान रखता है। उनका जन्म 1 जनवरी 1935 को सिरसा जिले के चौटाला गांव में हुआ था। वे पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और उनका कार्यकाल हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में कई महत्वपूर्ण मोड़ों के लिए जाना जाता है।
मुख्यमंत्री के कार्यकाल का विवरण:
पहली बार मुख्यमंत्री (2 दिसंबर 1989 – 22 मई 1990):
बनारसी दास गुप्ता को पद से हटाए जाने के बाद चौटाला मुख्यमंत्री बने। यह उनका पहला कार्यकाल था, जो लगभग 6 महीने तक चला।
दूसरी बार मुख्यमंत्री (12 जुलाई 1990 – 17 जुलाई 1990):
तत्कालीन राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, चौटाला ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, यह कार्यकाल केवल 5 दिनों का ही रहा।
तीसरी बार मुख्यमंत्री (22 अप्रैल 1991 – 6 मई 1991):
चौटाला ने तीसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभाला। लेकिन दो हफ्ते बाद ही केंद्र सरकार ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया। चौटाला का राजनीतिक करियर संघर्षों और उपलब्धियों से भरा रहा। वे चौधरी देवीलाल के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में माने जाते हैं और उनकी छवि एक मजबूत नेता की थी।
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