Char Dham Yatra: मोबाइल हमारी डेली लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गया है। मोबाइल के जरिए हम कहीं से भी किसी से भी संपर्क कर सकते हैं। इस वजह से लोग कहीं भी जाते हैं तो मोबाइल अपने पास जरूर रखते हैं। इसके साथ ही लोग फोन से वीडियो और रील्स बनाते हैं। कहीं भी जाएं वहीं वीडियो और रील्स बनाने लगते हैं।
अब उत्तराखंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों में वीडियो और रील्स बनाने पर बैन लगा दिया है। अब तीर्थयात्री चारों धामों में मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी और रील्स बनाने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूडी ने एक आदेश जारी किया है।
इस आदेश में कहा गया है कि चार धाम मंदिरों के 50 मीटर के दायरे में वीडियो और रील बनाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि यात्रियों के फोन ले जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। यात्री अपने साथ मोबाइल ले जा सकेंगे लेकिन मंदिर परिसर के पास वीडियो नहीं बना सकेंगे।
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इस वजह से लिया गया फैसला:
रिपोर्ट्स के अनुसार, चारों धाम के मंदिरों के पास वीडियो और रील्स बनाने पर बैन का फैसला तब लिया गया जब यहां के पुजारियों और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि चार धाम मंदिरों के पास ऐसी गतिविधियां पारंपरिक मानदंडो का उल्लंघन करती हैं। इसके बाद राधा रतूडी ने उत्तराखंड के संस्कृति एवं धार्मिक मामलों के सचिव को पत्र लिखा और इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
वीआईपी दर्शन पर 31 मई तक रोक:
इसके साथ ही 31 मई तक चार धाम में वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी गई है। यह फैसला चार धाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए लिया गया है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। उनका कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि तीर्थ यात्रा पर आए सभी भक्त आसानी से चारों धामों के दर्शन कर सकें।
उत्तराखंड सरकार ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर इस बारे में सूचित कर दिया है। पत्र में उन्होंने लिखा कि तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए चार धाम में 31 मई तक कोई वीआईपी दर्शन नहीं होंगे। साथ ही पत्र में लिखा गया है कि सिर्फ पंजीकृत तीर्थयात्रियों को ही उनकी निर्दिष्ट तिथियों पर चार धाम में दर्शन की अनुमति होगी।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन तीन दिन के लिए बंद:
इसके साथ ही सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिए हैं। दरअसल, सरकार की तरफ से ऋषिकेश और हरिद्वार में चार धाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हेतु काउंटर लगाए गए हैं। उन काउंटरों को तीन दिन के लिए बंद कर दिया है। अब चार धाम के लिए भक्त सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ही कर सकेंगे।
यह फैसला ऋषिकेश और हरिद्वार में लगातार भारी भीड़ को देखते हुए लिया गया है। यहां चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए लोगों की भारी भीड़ लग रही है। ऐसे में बहुत से लोग बिना रजिस्ट्रेशन के ही सीधे दर्शन के लिए पहुंच रहे थे। इससे चार धाम यात्रा में भरी भीड़ हो गई। वहीं उत्तराखंड सरकार ने कहा कि चेक पोस्ट पर अब सख्त चेकिंग होगी और बिना रजिस्ट्रेशन आ रहे लोगों को आगे नहीं जाने दिया जाएगा।
सीएम धामी ने दिए अधिकारियों को निर्देश:
वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने चार धाम यात्रा को लेकर राज्य के अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रियों के लिए तीर्थयात्रा सुरक्षित एवं सुगम हो इस पर पूरा ध्यान दिया जाए और सभी अधिकारियों को मौजूद रहने का निर्देश दिया। इसके साथ ही अधिकारियों को यातायात और भीड़ प्रबंधन व्यवस्था के लिए स्वयं जाकर निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया।