Police raid in MP: झारखंड के बाद बीती रात मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने एक घर से भारी मात्रा में कैश बरामद किया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। एक कारोबारी के घर पर पुलिस ने छापा मारकर ये गड्डियां बरामद कर ली हैं। साथ ही इसकी जानकारी इनकम टैक्स को भी दे दी गई है।
नोट इतनी अधिक मात्रा में है कि अब तक पुलिस उन्हें गिन नहीं पाई है। कैश को जप्त करने के बाद पुलिस ने बताया कि आरोपी का कहना है कि ये कैश मनी एक्सचेंज के बिजनस से संबंधित है और यह पूरा कैश उसी का है। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच अभी चल रही है।
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हर पहलू से की जा रही जांच:
इस मामले में हर पहलू को आचार संहिता के माध्यम से देखा जाएगा। यह कैश कितना है, यहां क्यों रखा गया, कहां से आया है और कहां इस्तेमाल किया जाना था, इन सब जांच की जाएगी। बता दें कि मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा सीटों में से तीन चरणों में 21 सीटों पर मतदान हो चुका है और अब 13 मई को राज्य की बाकी 8 सीटों पर लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की वोटिंग होने वाली हैं।
पुलिस कई जगह कर रही छापेमारी:
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की वजह से कैश पैसों को लेकर पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इसी छापेमारी के तहत भोपाल की पंत नगर कॉलोनी में कैलाश खत्री नामक व्यक्ति के घर से भारी मात्रा में नोटों की गड्डियां बरामद की गई हैं। पुलिस का कहना है कि जिस व्यक्ति के घर से पैसे मिले हैं, उसने खुद मनी एक्सचेंज का बिज़नेस चलाने का दावा किया है।
बरामद किए गए नोटों में 5, 10 और 20 रुपये के नोट बताए गए हैं। प्रियंका शुक्ला जो की भोपाल जोन-1 से डीसीपी है ने बताया कि 38 वर्षीय कैलाश खत्री के घर से बहुत सारा कैश बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले 18 साल से वह एक मनी एक्सचेंज में काम कर रहा है, जहां वह ग्राहकों को 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के क्षतिग्रस्त नोटों के बदले कमीशन देता है।
आयकर विभाग को दी गई जानकारी:
पुलिस ने नए नोटों की गड्डियां और क्षतिग्रस्त नोटों को जब्त किया है और दोनों की गिनती की जा रही है। डीसीपी ने यह भी बताया कि उन्हें अभी तक मनी एक्सचेंज के बिज़नेस को चलाने की अनुमति वाला कोई दस्तावेज नहीं मिला है। इसलिए, प्रक्रिया अभी भी जारी है। आयकर विभाग को जानकारी दी गई है। आयकर विभाग का कहना है कि गिनती अभी चल रही है और अगर यह नकदी 10 लाख रुपये से अधिक हुई तो इस पर कार्यवाही की जाएगी।
झारखंड में मिला था नोटों का पहाड़:
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 6 मई को झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के सेकेट्री के एक कर्मचारी के घर छापेमारी करके 35.23 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी। सूत्रों के अनुसार जहांगीर आलम के घर छापेमारी करके 31.20 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे जबकि केंद्रीय एजेंसी ने विभिन्न स्थानों में तीन करोड़ रुपये से अधिक की नकदी पकड़ी थी। बरामद की गई नकदी में ज्यादातर पांच सौ रुपये के नोट थे। साथ ही ED ने गहने भी जब्त किए हैं। ईडी ने छापेमारी के दौरान विभाग के कई अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़े दस्तावेज बरामद किए थे।
जांच में यह भी सामने आया था कि गोड्डा के पोड़ैयाहाट के बीडीओ महेश्वरी प्रसाद यादव को उनके पद पर बरकरार रखने की मांग भी की गई थी। सरैयाहाट को गोड्डा के कार्यपालक दंडाधिकारी एजाज आलम ने बीडीओ बनाने की सिफारिश की थी। फुलेश्वर मुर्मू ने भी जरमुंडी के बीडीओ सेकंड बैच अधिकारी से सदर बीडीओ पद के लिए आवेदन किया था। ईडी सूत्रों ने कहा कि नकदी गिनने के लिए नोट गिनने वाली आठ मशीन लगानी पड़ी थीं।